भारत की परिवहन व्यवस्था से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz (Set-2)

भारत की परिवहन व्यवस्था (Transport system) से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

भारत की परिवहन व्यवस्था समान्य ज्ञान

व्याख्या: कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्य राजधानी मुंबई और मंगलोर को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी। 760 कि.मी. लंबी यह लाइन महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती है जो एक ऐसा क्षेत्र है जहां आर-पार बहती नदियां, गहरी घाटियां और आसमान छूते हुए पहाड़ हैं। कोंकण जमीन की एक तटवर्ती पट्टी भी है जहां पूर्व में सह्याद्रि पर्वतमाला और पश्चिम में अरब महासागर है। यह ऐसी भूमि है जो कई पौराणिक गाथाओं से जुड़ी है और जहां आर्थिक खुशहाली भी है और जहां प्रचुर मात्रा में खनिज स्रोत, घने वन तथा धान, नारियल और आम के पेड़ों से भरे हरे-भरे मैदान हैं।

व्याख्या: भारतीय रेल सोलह क्षेत्रों में बंटी हुई है। प्रत्येक क्षेत्र में कई मंडल हैं। ये मंडल पूरे भारत में फैले हुए हैं। भारतीय रेलवे (आईआर) को जोन में विभाजित किया जाता है और जोन को भी डिवीजनों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन का एक डिवीजनल मुख्यालय होता है। प्रत्येक डिवीजनों का नेतृत्व एक डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) करता है, जो क्षेत्र के महाप्रबंधक (जीएम) को रिपोर्ट करता है।

  1. उत्तर रेलवे (सबसे बड़ा) - बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली
  2. उत्तर पूर्व रेलवे - गोरखपुर
  3. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (सबसे छोटा) - मालीगांव, गुवाहाटी
  4. पूर्वी रेलवे - कोलकाता
  5. दक्षिण पूर्व रेलवे - गार्डन रीच, कोलकाता
  6. दक्षिण मध्य रेलवे - सिकंदराबाद
  7. दक्षिणी रेलवे - चेन्नई
  8. मध्य रेलवे - मुंबई
  9. पश्चिम रेलवे - चर्चगेट, मुंबई
  10. दक्षिण पश्चिम रेलवे - हुबली
  11. उत्तर पश्चिम रेलवे - जयपुर
  12. पश्चिम मध्य रेलवे - जबलपुर
  13. उत्तर मध्य रेलवे - इलाहाबाद
  14. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे - बिलासपुर
  15. ईस्ट कोस्ट रेलवे - भुवनेश्वर
  16. पूर्व मध्य रेलवे - हाजीपुर
  17. कोलकाता मेट्रो - कोलकाता
  18. दक्षिण तट रेलवे - विशाखापत्तनम

व्याख्या: दक्षिण पश्चिम रेलवे को दक्षिण मध्य रेलवे के पुनर्गठित हुबली डिवीजन एवं दक्षिण रेलवे के बंगलौर और मैसूर डिवीजनों को मिलाकर बनाया गया था। इस रेलवे ने 1 अप्रैल 2003 से कार्य प्रारंभ कर दिया है एवं इसका मुख्यालय कर्नाटक राज्य के हुबली शहर में है।

व्याख्या: पूर्व मध्य रेलेवे भारतीय रेल की एक इकाई है। इसे लघुरूप में ECR कहा जाता है। इसकी स्थापना 1 अप्रैल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय हाजीपुर में स्थित है।

व्याख्या: उत्तर पश्चिम रेलवे भारतीय रेल का एक रेलक्षेत्र है। इसे लघुरूप में उपरे कहा जाता है। इसकी स्थापना 1 अक्टूबर 2002 में हुई थी। इसका मुख्यालय जयपुर में स्थित है।

व्याख्या: भारत में तीन प्रकार की रेल लाइनें है। ये लाइनें बड़ी लाइन, मीटर गेट और नैरो गेज हैं।

व्याख्या: "किसी भी रेलवे लाइन पर दो पटरियों के आंतरिक भाग के बीच की दूरी को रेलवे गेज कहा जाता है। भारत में 4 प्रकार के रेलवे गेज का उपयोग किया जाता है: ब्रॉड गेज (1676 मिमी या 1.676 m), मीटर गेज (चौड़ाई 1000 मिमी), नैरो गेज (चौड़ाई 762 मिमी और 610 मिमी) और स्टैंडर्ड गेज (चौड़ाई 1435 मिमी)।

व्याख्या: सबसे पहली ट्रेन हावड़ा से हुगली के बीच 1854 में तथा उत्तर भारत में सबसे पहली ट्रेन सन 1859 में कानपूर से इलाहाबाद के बीच चली थी। भारत में सर्वप्रथम 3 फरवरी 1925 को बम्बई वी टी और कुर्ला हारवर के बीच पहली विद्युत रेल गाड़ी चलाई गई। यह सेक्शन 1500 वोल्ट डी सी पर विद्युतीकृत हुआ था।

व्याख्या: 1 जून 1930 का दिन भारतीय रेल के इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है, जब तत्कालीन ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे (GIPR, अब मध्य रेलवे) ने, भारत की पहली डीलक्स रेलगाड़ी डेक्कन क्वीन को झंडी दिखाकर भारत की वाणिज्यिक राजधानी बंबई (अब मुंबई) से महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पूना (अब पुणे) के लिए रवाना किया था। इस रेलगाड़ी का संचालन इन दोनों शहरों के बीच होना निर्धारित हुआ था।यह पहली लंबी दूरी की यात्री रेलगाड़ी थी जिसे विद्युतशक्ति चालित इंजन खींचता था।

व्याख्या: द फेयरी क्वीन, जिसे ईस्ट इंडियन रेलवे एनआर के नाम से भी जाना जाता है। 22, एक 1855 में निर्मित भाप लोकोमोटिव है, जिसे 1997 में लोको वर्क्स पेरम्बुर, चेन्नई द्वारा बहाल किया गया था और रेवाड़ी रेलवे हेरिटेज संग्रहालय में रखा गया था। यह कभी-कभी नई दिल्ली और अलवर के बीच चलती है।

व्याख्या: वायु परिवहन का प्रारम्भ 1911 में हुआ, जब इलाहाबाद से नैनी के बीच विश्व की सर्वप्रथम विमान डाक सेवा का परिवहन किया गया। 1933 में इण्डियन नेशनल एअरवेज कं. की स्थापना हुई, जिसने लाहौर से कराची के बीच विमान संचलन किया।

व्याख्या: कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्य राजधानी मुंबई और मंगलोर को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी। 760 कि.मी. लंबी यह लाइन महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती है जो एक ऐसा क्षेत्र है जहां आर-पार बहती नदियां, गहरी घाटियां और आसमान छूते हुए पहाड़ हैं। कोंकण जमीन की एक तटवर्ती पट्टी भी है जहां पूर्व में सह्याद्रि पर्वतमाला और पश्चिम में अरब महासागर है। यह ऐसी भूमि है जो कई पौराणिक गाथाओं से जुड़ी है और जहां आर्थिक खुशहाली भी है और जहां प्रचुर मात्रा में खनिज स्रोत, घने वन तथा धान, नारियल और आम के पेड़ों से भरे हरे-भरे मैदान हैं।

व्याख्या: देश में माल परिवहन के लिए रेलवे सबसे बड़े माध्यम के रूप में प्रयुक्त होता है।

व्याख्या: रेल व्हील फैक्टरी भारत में कर्नाटक राज्य के बैंगलोर में स्थित है। इसे व्हील और एक्सल प्लांट भी कहा जाता है। यह भारतीय रेलवे की एक फैक्ट्री है, जिसमें रेल के पहिये, रेलवे के वैगनों का निर्माण होता है

व्याख्या: नेताजी सुभाष चंद्र बोस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईएटीए: CCU, आईसीएओ: VECC) या कोलकाता विमानक्षेत्र भारत का एक प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हैं, जो कोलकाता में स्थित है। यह एक नागरिक हवाई अड्डा है। यहां कस्टम्स विभाग उपस्थित है। इसका रनवे पेव्ड है। इसकी प्रणाली यांत्रिक है। इसकी उड़ान पट्टी की लंबाई 11900 फीट है।

व्याख्या: भारतीय रेल-टेल निगम लिमिटेड रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन एक केंद्रीय सार्वजनिक कंपनी है।

व्याख्या: कोंकण रेलमार्ग बेलगाम को नहीं जोड़ता है। कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे की एक आनुषांगिक कंपनी है जो कोंकण के तटीय क्षेत्रों के लिए रेलों का परिचालन करती है।
इसकी स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी।

व्याख्या: पूर्व मध्य रेलेवे भारतीय रेल की एक इकाई है। इसे लघुरूप में ECR कहा जाता है। इसकी स्थापना 1 अप्रैल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय हाजीपुर में स्थित है।

व्याख्या: प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा 12 नवंबर, 2018 को हल्दिया-वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग-1 को चालू किया गया था। राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के अंतर्गत भारत सरकार ने देश में राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू) के रूप में 111 जलमार्ग घोषित किए है।


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