भारत की परिवहन व्यवस्था से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz (Set-3)

भारत की परिवहन व्यवस्था (Transport system) से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

भारत की परिवहन व्यवस्था समान्य ज्ञान

व्याख्या: अंतर्देशीय जलमार्ग, अर्थात्, नदियों, नदियों को संशोधित या नहरित किया गया है, और विशेष रूप से नहरों का निर्माण किया गया है। पहले के समय में अधिकांश, शायद सबसे ज्यादा, वस्तुओं की अंतर्देशीय पानी का गाड़ी था।

व्याख्या: गंगा नदी से गुजरनेवाले 1680 किलोमीटर लंबे इलाहाबाद-हल्दिया जलमार्ग को भारत में राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 का दर्जा दिया गया है। गंगा नदी का प्रयोग नागरिक यातायात तथा भारवहन के लिए के लिए काफी समय से किया जाता रहा है। इस जलमार्ग पर स्थित प्रमुख शहर इलाहाबाद, वाराणसी, मुगलसराय, बक्सर, आरा, पटना, मोकामा, बाढ, मुंगेर, भागलपुर, फरक्का, कोलकाता तथा हल्दिया है। देश में जल परिवहन को बढावा देने के लिए स्थापित एकमात्र राष्ट्रीय अंतर्देशीय नौकायन संस्थान इस जलमार्ग पर बसे पटना के गायघाट में स्थित है।

व्याख्या: राष्ट्रीय जलमार्ग 1 या गंगा-भागीरथी-हुगली नदी प्रणाली भारत में स्थित है और पटना से होते हुए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से पश्चिम बंगाल में हल्दिया तक और बिहार में भागलपुर के माध्यम से गंगा नदी के पार जाती है। यह 1,620 किमी लंबा है, जो इसे भारत का सबसे लंबा जलमार्ग बनाता है।

व्याख्या: भारत के 13 मुख्य बंदरगाह यह एक प्राकृतिक बंदरगाह है जो मुंबई में स्थित है। इसे भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता है। भारत में 13 प्रमुख और 200 छोटे तथा मध्यम अधिसूचित बंदरगाह हैं।

  1. कांडला बंदरगाह - गुजरात
  2. मुंबई बंदरगाह - महाराष्ट्र
  3. जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह - महाराष्ट्र
  4. मोरमुगाओ बंदरगाह - गोवा
  5. मैंगलोर बंदरगाह - कर्नाटक
  6. कोचीन बंदरगाह - केरल
  7. कोलकाता बंदरगाह - पश्चिम बंगाल
  8. पारादीप बंदरगाह - ओडिशा
  9. विशाखापत्तनम बंदरगाह - आँध्रप्रदेश
  10. एन्नौर बंदरगाह - तमिलनाडू
  11. चेन्नई बंदरगाह - तमिलनाडू
  12. तूतीकोरिन बंदरगाह - तमिलनाडु
  13. पोर्टब्लेयर बंदरगाह - अंदमान और निकोबार द्वीप समूह

व्याख्या: भारत की तट रेखा की लम्बाई कितनी है भारत की तट रेखा की लम्बाई 7516 किलोमीटर है। भारत की तट रेखा पर अच्छे पोताश्रय की कमी क्यूंकि तट रेखा प्राय: सीधी और सपाट है।

व्याख्या: एन्नोर भारत के तमिल नाडु राज्य में चेन्नई बंदरगाह से 24 किमी उत्तर की ओर कोरोमंडल तट पर अवस्थित है। यह भारत का 12 वाँ सबसे बड़ा तथा पहला कारपोरेटीकृत सबसे बड़ा पोर्ट है।

व्याख्या: जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह या न्हावा शेवा अरब सागर तट पर मुंबई के दक्षिण में स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है। इसका निर्माण मुंबई बंदरगाह के यातायात के दबाव को कम करने के लिये किया गया है और मुख्य रूप से यहाँ मालवाहक जहाजों का आवागमन होता है। यह भारत का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह है।

व्याख्या: मुम्बई को भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता है।यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं, इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है।

व्याख्या: भारत का सबसे बड़ा बन्दरगाह कौन सा हैभारत का सबसे बड़ा बन्दरगाह (Bharat ka sabse bada bandargah) मुम्बई में है। मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। पश्चिमी देशों से जलमार्ग और वायुमार्ग से आने वाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं। जिस कारण मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। भारत के लगभग आधे समुद्री माल की आवाजाही मुम्बई बन्दरगाह से ही होता है।

व्याख्या: जवाहरलाल नेहरू पत्तन को न्हावा शेवा में मुंबई पत्तन के दबाव को कम करने के लिए एक अनुषंगी पत्तन के रूप में विकसित किया गया था। यह भारत का विशालतम कंटेनर पत्तन है।

व्याख्या: कांडला बंदरगाह भारत में गुजरात प्रान्त में कच्छ ज़िले में स्थित देश का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यह बंदरगाह भारत का सबसे पहला मुक्त व्यापार क्षेत्र है। कांडला बंदरगाह भारत के सबसे बड़े 12 मुख्य बंदरगाहो में से कार्गो हेन्डलींग में सबसे बड़ा है। यह कांडला नदी पर बना हुआ है। अधिकारियों की अनुमति लेकर यहां घूमा भी जा सकता है। यह बंदरगाह आयात-निर्यात से पूरे विश्व के साथ जुड़ा हुआ है। कांडला बंदरगाह खास आर्थिक क्षेत्र, जो स्पेश्यल ईकोनोमिक जोन से जाना जाता है। ये बंदरगाह पूरे भारत एवं एशिया का सबसे पहला खास आर्थिक क्षेत्र है, जिसकी स्थापना ई.स. 1965 में हुई थी।

व्याख्या: कांडला पश्चिमी भारत में गुजरात राज्य के कच्छ जिले में एक बंदरगाह है। इसे ज्वारीय बंदरगाह के रूप में जाना जाता है।

ज्वारीय बंदरगाह उन बंदरगाहों को संदर्भित करता है जिनमें बंदरगाह के भीतर पानी का स्तर महासागरों में जल स्तर के परिवर्तन के साथ बदलता रहता है।

व्याख्या: कंदला बंदरगाह पहला बंदरगाह है जिसे गुजरात राज्य में स्वतंत्रता के बाद विकसित किया गया था। कंदला बंदरगाह को दीनदयाल बंदरगाह भी कहा जाता है जो गुजरात के कच्छ जिले में गांधीधाम शहर के निकट स्थित है। यह कच्छ की खाड़ी में भारत के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित प्रमुख बंदरगाहों में से एक है।

व्याख्या: मुरगांव या मोरमुगांव (पुर्तगाली: Mormugao), भारत के गोवा राज्य के दक्षिण गोवा जिले का एक तालुक और नगरपालिका समिति है। यह भारत का प्रमुख पत्तन है। यह एक प्राकृतिक बन्दरगाह है।मर्मागाओ बंदरगाह दक्षिण गोवा में स्थित भारत का सबसे अच्छा प्राकृतिक बंदरगाह है मार्मगाओ का बंदरगाह गोवा का सबसे बड़ा आकर्षण वास्को द गामा और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे डबोलिम के साथ है। गोवा का प्राकृतिक बंदरगाह भारत के शुरुआती आधुनिक बंदरगाहों में से एक है।

व्याख्या: मार्मागाओ पत्तन, जो ज़ुआरी ज्वारनदमुख के प्रवेश द्वार पर स्थित है, गोवा में एक प्राकृतिक बंदरगाह है।

व्याख्या: भारत के पूर्वी तट के कृत्रिम, गहरे पानी के बंदरगाह, उड़ीसा राज्य के जगत्सिंगपुर जिले में स्थित है। पारादीप का बंदरगाह पूर्वी लागत किनारे का मुख्य बंदरगाह है और महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित है। पारादीप पोर्ट की अपनी रेलवे प्रणाली, ठंडे हैंडलिंग प्लांट है और राष्ट्रीय राजमार्ग शेष भारतीय सड़क नेटवर्क के साथ बंदरगाह को जोड़ता है।

व्याख्या: भारत के पूर्वी तट के कृत्रिम, गहरे पानी के बंदरगाह, उड़ीसा राज्य के जगत्सिंगपुर जिले में स्थित है। पारादीप का बंदरगाह पूर्वी लागत किनारे का मुख्य बंदरगाह है और महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित है। पारादीप पोर्ट की अपनी रेलवे प्रणाली, ठंडे हैंडलिंग प्लांट है और राष्ट्रीय राजमार्ग शेष भारतीय सड़क नेटवर्क के साथ बंदरगाह को जोड़ता है।

व्याख्या: आंध्र प्रदेश राज्य के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित विशाखापत्तनम पोर्ट भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है और देश का सबसे पुराना भी शिपयार्ड है। विशाखापटनम बंदरगाह बंगाल के किनारे में एकमात्र प्राकृतिक बंदरगाह है। कृष्णापटनम पोर्ट आंध्र प्रदेश में एक निजी तौर पर निर्मित गहरे पानी का बंदरगाह है।

व्याख्या: विशाखापट्नम के सबसे भव्य आकर्षणों में से एक, डॉल्फिन नोज़, एक प्राकृतिक अजूबा है। शहर के सभी हिस्सों से साफ-साफ देखी जा सकने वाली इस पहाड़ी का स्वरूप कुछ डॉल्फ़िन की नाक से मिलता-जुलता है, इस कारण ही इस विलक्षण पहाड़ी को यह नाम दिया गया है।

व्याख्या: मद्रास पोर्ट भारत का सबसे पुराना बंदरगाह है और देश में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है। चेन्नई बंदरगाह बंगाल की खाड़ी में सबसे बड़ा बंदरगाह है और भारत के पूर्वी तट में कारों, बड़े कंटेनरों और कार्गो यातायात के लिए एक हब बंदरगाह है। चेन्नई पोर्ट टर्मिनलों के चारों ओर प्रकाशस्तंभ, इंट्रा पोर्ट कनेक्टिविटी, पाइपलाइन और रेलवे टर्मिनस हैं।


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