गाँधी युग ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - राष्ट्रीय आंदोलन GK Quiz (Set-1)

गाँधी युग से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ। आधुनिक भारत के इतिहास - गाँधी युग MCQ क्विज़, आगामी परीक्षाओं जैसे बैंकिंग, SSC, रेलवे, UPSC, State PSC की तैयारी करें।

गाँधी युग (1917 ई.-1947 ई.)

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 1)

व्याख्या: चंपारण का किसान आंदोलन अप्रैल 1917 में हुआ था। गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह और अहिंसा के अपने आजमाए हुए अस्र का भारत में पहला प्रयोग चंपारण की धरती पर ही किया। यहीं उन्होंने यह भी तय किया कि वे आगे से केवल एक कपड़े पर ही गुजर-बसर करेंगे। इसी आंदोलन के बाद उन्हें 'महात्मा' की उपाधि से विभूषित किया गया।

व्याख्या: भगत सिंह पर कई किताब लिखने वाले जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर चमन लाल ने बताया, 'सांडर्स पर सबसे पहले गोली राजगुरु ने चलाई थी, उसके बाद भगत सिंह ने सांडर्स पर गोली चलाई। ' सांडर्स की हत्या के बाद दोनों लाहौर से निकल लिए।

व्याख्या: इसका शाब्दिक अर्थ 'भारत की विजय' है। यह नारा भारतीय क्रान्तिकारी आबिद हसन सफ़रानी द्वारा दिया गया था। तत्पश्चात यह भारतीयों में प्रचलित हो गया एवं नेता जी सुभाषचन्द्र बोस द्वारा आज़ाद हिन्द फ़ौज के युद्ध घोष के रूप में प्रचलित किया गया।

व्याख्या: पाकिस्तान ने अलग राज्य बनाये जाने का नेतृत्व मोहम्मद अली जिन्ना ने किया। आगा खां व सलीमुल्लाह इत्यादि ने मुस्लिम लीग के निर्माण में अपना योगदान दिया था।

व्याख्या: जब 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ, ब्रिटिश शासन से हुई शर्तों के तहत हैदराबाद ने; जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल और 'निज़ाम' कर रहे थे, स्वतंत्र होने को चुना, एक मुक्त शासक की भांति या ब्रिटिश साम्राज्य की रियासत की भांति भारत ने हैदराबाद पर आर्थिक नाकेबंदी लगा दी।

परिणामतः हैरदराबाद राज्य को एक विराम समझौता करना पड़ा। भारत की स्वतंत्रता के करीब एक साल बाद, 17 सितम्बर 1948 के दिन निज़ाम ने अधिमिलन प्रपत्र पर हस्ताक्षर किये। 1 नवम्बर 1956 को भारत का भाषायी आधार पर पुर्नसंगठन किया गया।

हैदराबाद स्टेट के प्रदेश नये बने आन्ध्र प्रदेश, मुंबई (बाद में महाराष्ट्र) और कर्नाटक राज्यों में तेलुगुभाषी लोगों के अनुसार बांट दिये गये। इस तरह हैदराबाद नए बने राज्य आंध्र प्रदेश की राजधानी बना।

व्याख्या: पूर्वी एशिया में नेताजी ने अनेक भाषण देकर वहाँ के स्थायी भारतीय लोगों से आज़ाद हिन्द फौज में भर्ती होने और उसे आर्थिक मदद देने का आवाहन किया। उन्होंने अपने आवाहन में यह सन्देश भी दिया - 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा।'

व्याख्या: देशबन्धु चितरंजनदास (1870-1925 ई.) सुप्रसिद्ध भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। उन्होंने कई बड़े स्वतंत्रता सेनानियों के मुकद्दमे भी लड़े।

व्याख्या: कांग्रेस पार्टी 1929 के लाहौर अधिवेशन में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया।

व्याख्या: 8 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय काॅन्ग्रेस की बैठक बंबई (मुंबई) के ग्वालिया टैंक मैदान में हुई और 'भारत छोड़ो आंदोलन' के प्रस्ताव को मंज़ूरी मिली। इस प्रस्ताव में यह घोषणा की गई था कि भारत में ब्रिटिश शासन की तत्काल समाप्ति भारत में स्वतंत्रता तथा लोकतंत्र की स्थापना के लिये अत्यंत आवश्यक हो गई है।

व्याख्या: नेता जी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'सुप्रीम कमाण्डर' के रूप में सेना को सम्बोधित करते हुए 'दिल्ली चलो!' का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इम्फाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया।

व्याख्या: वेब मिलर एक अमेरिकी पत्रकार थे, जिसे गांधी जी ने दांडी मार्च के समय अपने साबरमती आश्रम में ठहराया था। धरसणा की वीभत्स पुलिस ज्यादतियों का उल्लेख करते हुए इसने लिखा कि संवाददाता के रूप में मैंने पिछले 18 वर्ष असंख्य नागरिक विद्रोह देखे हैं। दंगे, गली-कूचो में मार-काट एवं विद्रोह देखे लेकिन धरसणा जैसा भयानक दृश्य मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखा।

व्याख्या: चौरी चौरा भारत में स्थित उत्तर प्रदेश राज्य गोरखपुर नगर का एक गाँव है। यह गाँव 'भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन' के दौरान ब्रिटिश पुलिस तथा राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक घटनाओं के कारण चर्चा में रहा।

चौरी चौरा की इस घटना से महात्मा गाँधी द्वारा चलाये गये 'सविनय अवज्ञा आंदोलन' को आघात पहुँचा, जिसके कारण उन्हें 'सविनय अवज्ञा आंदोलन' को स्थागित करना पड़ा, जो बारदोली, गुजरात से शुरू किया जाने वाला था।

व्याख्या: 13 अप्रैल, 1919 को पंजाब (अमृतसर) का प्रसिद्ध जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ। जिसमें जनरल डायर द्वारा गोली चलाने का आदेश दिये जाने के कारण भारी संख्या में लोग हताहत हुए एवं मारे गये।

व्याख्या: नमक सत्याग्रह महात्मा गांधी द्वारा चलाये गये प्रमुख आंदोलनों में से एक था. 12 मार्च, 1930 में बापू ने अहमदाबाद के पास स्थित साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 दिनों का पैदल मार्च निकाला था. उन्होंने यह मार्च नमक पर ब्रिटिश राज के एकाधिकार के खिलाफ निकाला था.

व्याख्या: भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 23 मार्च, 1931 को वर्ष 1928 में लाहौर षड्यंत्र मामले में सांडर्स की हत्या के कृत्य के लिए फांसी दी गई थी।


Correct Answers:

CLOSE
0/15
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.