भारत की परिवहन व्यवस्था से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz (Set-1)

भारत की परिवहन व्यवस्था (Transport system) से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

भारत की परिवहन व्यवस्था समान्य ज्ञान

व्याख्या: भारत का सड़क नेटवर्क दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है। रखरखाव और निर्माण के उद्देश्य से सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, जिला राजमार्ग, गांव की सड़कों, सीमा सड़क, आदि के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

व्याख्या: भारत में रेलवे की नींव डालने वाला डलहौजी ही था। भारत मे उसके लक्ष्य थे। इतने विशाल राज्य की रक्षा हेतु तीव्र साधन चाहिए थे। भारत के सभी भागो मे बसी सैन्य छावानियों हेतु संचार का तीव्र और सस्ता साधन चाहिए था। ब्रिटेन का माल बेचने हेतु, भारत से कच्चा माल निकालने हेतु आधुनिक यातायात जरूरी था ताकि इस उपनिवेश से अधिकतम लाभ उठाया जा सके।

व्याख्या: दक्कन ओडिसी भारतीय रेलवे के महाराष्ट्र मार्ग पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पैलेस ऑन व्हील्स के मॉडल पर आधारित एक विशेष लक्जरी ट्रेन है। यह महाराष्ट्र सरकार और रेल मंत्रालय, भारत सरकार का एक उपक्रम है।

व्याख्या: उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर और पूर्व-पश्‍चिम कॉरिडोर जिसकी लंबाई 7142 किलोमीटर है और जो क्रमश: कोच्‍चि-सेलम स्‍पर मार्ग सहित श्रीनगर को कन्‍याकुमारी और सिलचर को पोरबंदर से जोड़ता है।

व्याख्या: उत्तर प्रदेश में भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों का सबसे लंबा नेटवर्क है।

व्याख्या: भारत में, विवेक एक्सप्रेस 80 घंटे और 15 मिनट और लगभग 55 निर्धारित स्टॉप पर चलने के साथ सबसे लंबे समय तक चलने वाले रेल मार्ग को कवर करती है। यह उत्तरी असम से निकलती है और भारत के दक्षिणी सिरे कन्याकुमारी तक जाती है, स्वामी विवेकानंद के नाम पर यह साप्ताहिक ट्रेन भारतीय दार्शनिक और द्रष्टा की 150 वीं जयंती के अवसर पर शुरू की गई थी। यह दुनिया में नौवां सबसे लंबा ट्रेन मार्ग भी है और देश के आठ राज्यों के मध्य से निकला हुआ है।

व्याख्या: समझौता एक्सप्रेस, भारत और पाकिस्तान के बीच चलती थी. जिसकी शुरुआत शिमला समझौते के बाद 22 जुलाई 1976 से हुई थी. शुरुआती दौर में यह रेल अमृतसर से लाहौर के बीच चलती थी. चार साल बाद यानी 1980 के पंजाब में फैली अशांति के चलते इस ट्रेन को अटारी तक ही सीमित कर दिया गया.

व्याख्या: राष्ट्रीय राजमार्ग बहुत महत्वपूर्ण हैं,यद्यपि ये कुल सड़क नेटवर्क का मात्र 2 प्रतिशत हैं किंतु इन पर कुल सड़क यातायात का लगभग 40 प्रतिशत यातायात होता है। यह मंत्रालय राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास और अनुरक्षण का कार्य मुख्यत: एजेंसी प्रणाली के आधार पर करता है।

व्याख्या: सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 44 (पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग 7) है जो श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है इसकी कुल लंबाई 3745 किलोमीटर है।

व्याख्या: सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग NH 47A (5.9 किमी) था, जो कोच्चि शहर के मारकुंड के कुंदनूर जंक्शन को विलिंग्डन द्वीप में कोच्चि बंदरगाह से जोड़ता था।

व्याख्या: भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 या एनएच 44 (पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग 7), प्रमुख उत्तर दक्षिण राष्ट्रीय राजमार्ग है जो कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों के मध्य से होकर गुजरता है। एनएच 44 केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा बनाया गया था और उसकी देखरेख भी वही करता है।

व्याख्या: राष्ट्रीय राजमार्ग 2 (NH2) की कुल लम्बाई 1,465 कि.मी. है। राष्ट्रीय राजमार्ग 2 देश की राजधानी दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता तक है।

व्याख्या: राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (NH 27) गुजरात और असम को जोड़ता है। यह पोरबंदर, गुजरात से शुरू होता है, और सिलचर, असम में समाप्त होती है। यह 7 राज्यों, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम से होकर गुजरता है। यह सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बनाए रखा गया था।

व्याख्या: कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे की एक आनुषांगिक कंपनी है जो कोंकण के तटीय क्षेत्रों के लिए रेलों का परिचालन करती है। इसकी स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुम्बई में स्थित है।इसकी स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी। इसका मुख्यालय नवी मुंबई में स्थित है। कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्य राजधानी मुंबई और मंगलोर को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी। कोंकण रेलवे देश की ऐसी रेलवे लाइन है जो पश्चिमी घाट में अरब सागर के समानांतर चलती है।

व्याख्या: राष्ट्रीय राजमार्ग 1 (NH1) 456 किलोमीटर लंबा है जो राजकीय राजमार्ग दिल्ली से भारत-पाकिस्तान की सीमा के पास अटारी तक जाता है। इसका रूट दिल्ली - अम्बाला - जालंधर - अमृतसर - अटारी है।

व्याख्या: ग्रैण्ड ट्रंक रोड (अंग्रेज़ी: Grand Trunk Road) यह मार्ग पुराने समय में 'सड़क-ए-आज़म' कहलाता था, आजकल इस सड़क को 'The Grand Trunk Road / ग्रैंड ट्रंक रोड / जी. टी. रोड' के नाम से जाना जाता है।
यह सड़क बांग्लादेश, पूरे उत्तर भारत और पाकिस्तान के पेशावर से होती हुई अफ़ग़ानिस्तान के क़ाबुल तक जाती है।

व्याख्या: सोलहवीं शताब्दी में दिल्ली के सुल्तान शेरशाह सूरी ने इसे पक्का करवाया। शेरशाह सूरी पहला बादशाह था, जिसने बंगाल के सोनागाँव से सिंध प्रांत तक दो हज़ार मील लम्बी पक्की सड़क बनवाई थी। इस सड़क पर घुड़सवारों द्वारा डाक लाने ले जाने की व्यवस्था थी। यह मार्ग उस समय 'सड़क-ए-आज़म' कहलाता था। बंगाल से पेशावर तक की यह सड़क 500 कोस या 2500 किलोमीटर लम्बी थी। शेरशाह ने 1542 ई. में इसका निर्माण कराया था।इसका मुख्य व्यस्त भाग दिल्ली और कोलकाता के बीच है। यहाँ पर यह NH-2 (राष्ट्रीय राजमार्ग-2) के नाम से जानी जाती है और दिल्ली - वाघा बार्डर के बीच यह NH-1(राष्ट्रीय राजमार्ग 1) के नाम से जाना जाता है।

व्याख्या: श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला उत्तर-दक्षिण गलियारा तथा सिलचर (असम) को पोरबन्दर (गुजरात) से जोड़ने वाला पूर्व-पश्चिम गलियारा का संगम झांसी से होगा। झाँसी को इन दोनों दिशाओं का केन्द्र बिंदु माना गया है।

व्याख्या: राष्ट्रीय राजमार्ग 1A लेह को जोजिला दर्रा होते हुए कश्मीर घाटी से जोड़ता है।
ज़ोजिला या ज़ोजि दर्रा हिमालय का एक प्रमुख दर्रा हैं। 'ला' और 'दर्रा' शब्दों का अर्थ एक ही हैं। ज़ोजी ला एक उच्च पर्वतीय दर्रा है जो भारतीय लद्दाख क्षेत्र के हिमालय में स्थित है। कारगिल जिले में स्थित यह दर्रा कश्मीर घाटी को अपने पश्चिम में द्रास और सुरू घाटियों से जोड़ता है और इसके आगे पूर्व में सिंधु घाटी को जोड़ता है।


Correct Answers:

CLOSE
0/20
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.