भारत के खनिज संसाधन से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz (Set-1)

भारत के खनिज संसाधन (Mineral Resources) से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

भारत के खनिज संसाधन समान्य ज्ञान

व्याख्या: छोटा नागपुर पठार पूर्वी भारत में स्थित एक पठार है। झारखंडराज्य का अधिकतर हिस्सा एवं उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार व छत्तीसगढ़ के कुछ भाग इस पठार में आते हैं। इसके पूर्व में सिन्धु-गंगा का मैदान और दक्षिण में महानदी हैं। इसका कुल क्षेत्रफल 65,000 वर्ग किमी है।

व्याख्या: ताँबे की सर्वाधिक भण्डार वाले तीन राज्य राजस्थान (813 मिलियन टन 53.81%), झारखण्ड [295 मिलियन टन (19.54%)] तथा मध्य प्रदेश (283 मिलियन टन 18.75% है।)। यहाँ पर कुल ताँबे के भण्डार का 92% है।

व्याख्या: यूरेनियम उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में पाया जाता है। यह क्षेत्र 300 मीटर चौड़ा है और इसमें 0.01 से 0.09% यूरेनियम है। ललितपुर में बॉक्साइट भी पाया जाता है।

व्याख्या: जिसे कई बार कुदुरेमुख भी कहा जाता है, कर्नाटक राज्य के चिकमंगलूर जिला में एक पर्वतमाला है। यह कस्बा मुख्यतः लौहअयस्क के खनन के कारण प्रसिद्ध है, जहां एक सरकारी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कुदरेमुख आयरन ओर कंपनी लि. (KIOCL) स्थित है एवं अपने नाम के अनुसार इसी कार्य में संलग्न है। इसके साथ ही यह क्षेत्र नैसर्गिक संपदा के लिये भी मशहूर है।

व्याख्या: बैलाडीला खान से खनन किये जाने वाले लौह-अयस्क को विशाखापत्तनम बन्दरगाह से निर्यात किया जाता है।विशाखापट्नम आन्ध्र प्रदेश के उत्तरी सरकार तट पर गोदावरी नदी के मुहाने के उत्तर में अवस्थित एक भारत का चौथा सबसे बड़ा पोताश्रय है। यह विशाखापत्तनम जिले का मुख्यालय तथा भारतीय नौसेना के पूर्वी कमांड का केन्द्र है। यहाँ जलयान बनाने का कारखाना है।

व्याख्या: बाबा बुदन पहाड़िया कर्नाटक के चिकमंगलूर में स्थित हैं, यह समुद्रतल से 1,895 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।लौह-अयस्क खनिज के उत्खनन के लिए प्रसिद्ध है

व्याख्या: उड़ीसा बॉक्साइट का उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा राज्य है जो भारत के कुल उत्पादन के आधे से अधिक का हिस्से का योगदान करता है।

व्याख्या: हेमाटाइट (Hematite या haematite) लौह (III) के ऑक्साइड (Fe2O3) का खनिज रूप है। पृथ्वी में सबसे अधिक मात्रा में हेमाटाइट प्रकार का लोहा पाया जाता है। 

व्याख्या: सीसा - जस्ता - यह मिश्रित अयस्क गैलेना से निकलता है। इसके अलावा कैलेमिन, जिंकाइट, विलेमाईट मुख्य अयस्क है।

व्याख्या: सीसा जस्ता, जिप्सम, चांदी संगमरमर, एस्बेस्टोस, रॉकफास्फेट, तामडा, पन्ना,जास्पर, फायरक्ले, कैडमियम में राजस्थान का एकाधिकार है।

व्याख्या: लिग्नाइट कोयला भूरे रंग के कोयले के रूप में जाना जाता है। कोयला को चार प्रमुख प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है-

  1. एन्थ्रेसाइट (94-98%)
  2. बिटूमिनस (78-86%)
  3. लिग्नाइट (28-30%)
  4. पीट (27%)

व्याख्या: खेतड़ी नगर भारत के पश्चिमी प्रांत राजस्थान के झुन्झुनू जिलेका एक कस्बा है। यह शेखावाटी का एक क्षेत्र है। वास्तव में खेतड़ी दो कस्बे हैं एक वह जिसे 'खेतड़ी कस्बे' के रूप में जाना जाता है और जिसे राजा खेत सिंहजी निर्वान ने बसाया था। अन्य 'खेतड़ी नगर' का कस्बा, जो खेतड़ी से लगभग 10 किमी दूर है। इसे 'ताँबा परियोजना' के रूप में जाना जाता है। खेतड़ी नगर का निर्माण भारत सरकार के एक सार्वजनिक उपक्रम हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड ने किया और उन्हीं के अधिकार में है।

व्याख्या: बॉक्साइट का निर्माण पृथ्वी की सतह पर या उसके निकट मिट्टी तथा ऐलुमिनियम, आग्नेय शिलाओं के विघटन से होता है। बॉक्साइट पठारों के ऊपरी भागों में, पटलाकार पहाड़ियों में तथा चूने की शिलाओं में अनियमित समुदायों में मिलता है। भारत में इसके निक्षेप बिहार, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, मद्रास तथा कश्मीर में हैं।

व्याख्या: लोहरदगा हिंदी के दो शब्दों ‘लोहार’ जिसका शाब्दिक अर्थ लोहे का व्यापारी और ‘दगा’ जिसका अर्थ केंद्र अर्थात लोह खनिज का केंद्र होता है।

व्याख्या: यह जिला झारखण्ड राज्य के दक्षिण पश्चिम भग में अवस्थित है जिसका अक्षांशिय विस्तार 23°30’ उतर  से 23°40’ उतर  तथा देशांतरीय विस्तार 84°40 से 84°50 पूर्वी तक है 

व्याख्या: जिप्सम एक खनिज है। रासायनिक संरचना की दृष्टि से यह कैल्सियम का सल्फेट है, जिसमें जल के भी दो अणु रहते हैं। अमोनियम सल्फेट रासायनिक उर्वरक, सीमेण्ट, गन्धक आदि के निर्माण में प्रयुक्त होने वाले खनिज जिप्सम की प्राप्ति कैल्शियम सल्फेट के रूप में ऊसर भूमियों एवं शुष्क क्षेत्रों में अवसादी चट्टानों से होती है।जिप्सम का सर्वाधिक उत्पादन राजस्थान में (90 प्रतिशत ) में किया जाता है। यहाँ बीकानेर, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर एवं बाड़मेर ज़िलों में जिप्सम पाया जाता हे।

व्याख्या: लौह इस्पात उद्योग में एक प्रमुख कच्चे माल के रूप में प्रयुक्त होने वाली धातु मैंगनीज प्रायः काले रंग की प्राकृतिक भस्मों के रूप में मारवाड़ युग की अवसादी चट्टानों में पायी जाती है। देश में मैंगनीज खनिज के मुख्य भंडार उड़ीसामें से और उसके बाद कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गोवा में हैं।

व्याख्या: कोडरमा भारत में झारखंडप्रान्त का एक जिला है। यह भारत के अभ्रक जिला के रूप मे जाना जाता है। इसे झारखंड का प्रवेशद्वार के नाम से भी जाना जाता है। झारखण्ड का कोडरमा जिला शहरी क्षेत्र है जो अपनी “अभ्रक नगरी” के सग्रह के रूप मे जाना जाता है। यह जिला अर्धविकसित, क्षीण जनसंख्या वाला है जबकि सीमित प्राकृतिक संसाधन मौजूद है।

व्याख्या: हेमेटाइट, लिमोनाइट, बॉक्साइट तथा धातु-खनिज के अंतर्गत आती है किन्तु जिप्सम खनिज धातु के अंतर्गत नही आता। हेमेटाइट (Fe2 O3), लिमोनाइट (Fe2 O3.H2O), मैग्नेटाइट (Fe3 O4), लोहे के अयस्क जबकि बॉक्साइट - एल्युमिनियम का अयस्क है। जिप्सम प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को गर्म करके प्राप्त किया जाता है। अत: यह खनिज धातु नहीं है।

व्याख्या: मकराना भारतीय राज्य राजस्थान की नगर परिषद एवं तहसील है। मकराना यहाँ के श्वेत पत्थर और संगमरमर के लिए प्रसिद्ध है। मकराना के संगमरमर का उपयोग ताजमहल के निर्माण में किया गया था। मकराना बड़ा कस्बा है, जिसमें विभिन्न स्थानों पर संगमरमर का खनन किया जाता है।


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