भारत की स्थिति एवं विस्तार से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न - GK Quiz (Set-3)

भारत की स्थिति एवं विस्तार से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

भारत की स्थिति एवं विस्तार समान्य ज्ञान

व्याख्या: रैडक्लिफ़ रेखा 17 अगस्त 1947 को भारत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सर सिरिल रैडक्लिफ़ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 करोड़ लोगों के बीच 175,000 वर्ग मील (450,000 कि॰मी2) क्षेत्र को न्यायोचित रूप से विभाजित करने के लिए अधिकृत थे।

व्याख्या: भारत के सुदूर उत्तरी पूर्वी कोने पर उत्तरी-पूर्वी त्रिसन्धि है जहाँ पर भारत, चीन तथा म्यांमार की सीमाएँ आपस में मिलती है। और म्यांमार के साथ सुदूर पूर्व में सर्वाधिक लम्बी अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाता है।

व्याख्या: हैनरी मैकमोहन ब्रिटिश विदेश सचिव थे और मैकमोहन ने भारत की और से उस सीमा रेखा को निर्धारित करने वाले समझौते और नक्शे पर हस्ताक्षर किये. जबकि तिब्बत की ओर से वहां की सरकार के प्रतिनिधि लोंचेन सात्रा ने हस्ताक्षर किये. तिब्बत अभी चीन के कब्जे वाला हिस्सा है।

व्याख्या: श्रीलंका हिन्द महासागर से चारों ओर से घिरा हुआ एक द्वीप पर बसा हुआ देश है। इसके उत्तर में भारत है, इसके अलावा इसके आसपास कोई भी देश नहीं है। इसका अंतर्राष्ट्रीय इतिहास भी काफी बड़ा है। यह सार्क की स्थापना करने वाले सदस्यों में से भी है।

व्याख्या: अगरतला शहर, त्रिपुरा की राजधानी है, जो उत्तर पूर्व में भारत का दूसरा सबसे बड़ा आबादी वाला शहर है। हरोआ नदी के अलावा यह शहर 23° 30 '0 'एन, 91° 30' 0' ई में स्थित है, अगरतला कई लोगों का रहने का घर है, जिनमें से कुछ लोग देश के कई अन्य राज्यों से आकर बसे हैं।

व्याख्या: गुजरात सबसे अधिक समुद्र तटीय सीमा वाला राज्य है जबकि गोवा की समुद्र तटीय सीमा सबसे छोटी है।

व्याख्या: बांग्लादेश भारत की स्थलीय सीमा 15106.7 किमी है जो 17 प्रदेशों के 92 जिलों में है। भारत सबसे लंबी स्थलीय सीमाबांग्लादेश से साझा करता है।

व्याख्या: उपरोक्त विकल्प में से भारत की सबसे छोटी स्थलीय सीमा भूटान के साथ (699 किमी.) है, भूटान से कुुल 4 भारतीय राज्‍यों की सीमा लगती है। भारत के निकटतम पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार तथा बांग्लादेश व श्रीलंका है। भारत की स्थलीय सीमा उत्तर में चीन व नेपाल, उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान, पश्चिम में पाकिस्तान, पूर्व में बांग्लादेश एवं म्यांमार तथा उत्तर-पूर्व में भूटान से मिलती है। पश्चिम में पाकिस्तान तथा पूर्व में बांग्लादेश के साथ सीमाएं मानव निर्मित है। जबकि अन्य देशों के साथ प्राकृतिक है। भारत की सबसे लम्बी स्थलीय सीमा बांग्लादेश (4096.7 किमी.) के साथ तथा सबसे छोटी स्थलीय सीमा अफगानिस्तान (106 किमी.) के साथ लगती है।

व्याख्या: मणिपुर भारत का एक पूर्वोत्तर राज्य है। इसकी राजधानी है इंफाल। मणिपुर के पड़ोसी राज्य हैं: उत्तर में नागालैंड और दक्षिण में मिज़ोरम, पश्चिम में असम, और पूर्व में इसकी सीमा म्यांमार से मिलती है। इसका क्षेत्रफल 22,347 वर्ग कि.मी (8,628 वर्ग मील) है।

व्याख्या: प्रायद्वीपीय पठार प्राचीनतम भू-भाग का एक हिस्सा है क्रिस्टलीय, आग्नेय व रूपांतरित शैलों से इनका निर्माण हुआ।

व्याख्या: जयंतिया और गारो खासीअसम के सूरमा काँठे में स्थित प्रदेश जो प्राय: असम के पठार कहे जाते है। यह विस्तार में पूरब-पश्चिम 225 मील लंबा और 70 मील चौड़ा है और इसकी अन्यतम ऊँचाई समुद्रतल से 6000 फुट है : अधिकांश भागों की ऊँचाई 3 और 4 हजार फुट के बीच है। इस प्रदेश में बंगाल के मैदान से दक्षिण और पश्चिम की ओर सीधे उठे हुए हैं। उत्तर की ओर ब्रह्मपुत्र नदी बहती है और मैदान है। पूर्व की ओर पर्वतमाला बरैल पर्वत श्रृंखला के उत्तरपूर्वी और दक्षिणपश्चिमी घुमाव के साथ लगी है, दोनों के बीच कपेती नदी बहती है और उनके बीच विभाजन रेखा का काम करती है।

व्याख्या: कोरोमंडल तट भारतीय प्रायद्वीप की दक्षिण-पूर्वी तटरेखा को दिया गया नाम है। यह क्षेत्र चोल राजवंश द्वारा शासित रहा है। चोल क्षेत्र या मंडल को तमिल में चोल-मंडलम कहते थे।

व्याख्या: कोरोमंडल तट भारतीय प्रायद्वीप की दक्षिण-पूर्वी तटरेखा को दिया गया नाम है। यह क्षेत्र चोल राजवंश द्वारा शासित रहा है। चोल क्षेत्र या मंडल को तमिल में चोल-मंडलम कहते थे।

व्याख्या: कोंकण तटीय मैदान उत्तर में दमन तथा दक्षिण में गोवा के बीच पश्चिम तटीय मैदान हैं। ये मैदान ऊर्ध्वाधर गति के परिणामस्वरूप जलमग्न तट का उदाहरण है। सामान्यत: यह तट कटा-फटा (दन्तुरित) है। यहाँ की तटीय निम्न भूमि प्रमुख रूप से असमान है। 

व्याख्या: लक्षद्वीप द्वीप-समूह की उत्पत्ति प्राचीन काल में हुए ज्वालामुखीय विस्फोट से निकले लावा से हुई है। यह भारत की मुख्यभूमि से लगभग 400 किमी दूर पश्चिम दिशा में अरब सागर में अवस्थित है। लक्षद्वीप द्वीप-समूह में कुल 36 द्वीप है परन्तु केवल 7 द्वीपों पर ही जनजीवन है। देशी पयर्टकों को 6 द्वीपों पर जाने की अनुमति है जबकि विदेशी पयर्टकों को केवल 2 द्वीपों (अगाती व बंगाराम) पर जाने की अनुमति है।

व्याख्या: बैरन द्वीप अंडमान द्वीपों में सबसे पूर्वी द्वीप है। यह भारत ही नहीं अपितु दक्षिण एशिया का एक मात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। ज्वालामुखी हर किसी पहाड़ से नहीं निकलते हैं; यह ज्यादातर वहां पाये जाते है जहाँ टेकटोनिक प्लाटों में तनाव हो या फिर पृथ्वी का भीतरी भाग बहुत गर्म हो।भारत में स्थित दूसरे ज्वालामुखी का नाम है नारकोंडम जो कि नारकोंडम द्वीप पर स्थित है। ये एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। निष्क्रिय ज्वालामुखी का अर्थ होता है जो पिछले 200 सालों में कभी सक्रिय नही हुआ परंतु भविष्य में हो सकता है।

व्याख्या: बंगाल की खाड़ी में स्थित न्यू मूर नामक छोटा-सा द्वीप पूरी तरह जलमग्न हो चुका है, जिसने इस आशंका को फिर से जन्म दे दिया है कि समुद्र जल स्तर बढ़ने से एक दिन कहीं मॉरीशस, लक्षद्वीप और अंडमान द्वीप समूह ही नहीं, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे मुल्कों का भी अस्तित्व समाप्त न हो जाए।

व्याख्या: भारत का शीत मरुस्थल लद्दाख है। यह भारत का एकमात्र शीत मरुस्थल है। रेगिस्तान शुष्क पारिस्थितिकी तंत्र हैं जो एक वर्ष में 25 सेंटीमीटर (10 इंच) से कम वर्षा प्राप्त करते हैं। रेगिस्तान दो प्रकार के होते हैं-

गर्म रेगिस्तान, शुष्क क्षेत्रों में होते हैं जिनमें थोड़ी वर्षा, अत्यधिक तापमान और विरल वनस्पतियाँ होती हैं। आमतौर पर, भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण में 15 डिग्री और 30 डिग्री के बीच उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले रेगिस्तान गर्म रेगिस्तान हैं। उच्चतम तापमान 50° सेल्सियस से अधिक हो जाता है।

शीत मरुस्थल, यहाँ गर्म ग्रीष्मकाल लेकिन अत्यधिक ठंडी सर्दी होती है। ये रेगिस्तान उच्च, समतल क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जिन्हें पठार कहा जाता है, या दुनिया के समशीतोष्ण क्षेत्रों में पहाड़ी क्षेत्र हैं। औसत शीतकालीन तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच है।


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