महासागरीय जलधाराएँ से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं उत्तर - GK Quiz (Set-1)

महासागरीय जलधाराएं से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ।

महासागरीय जलधाराएं समान्य ज्ञान क्विज

व्याख्या: गल्फ स्ट्रीम उत्तरी अन्ध महासागर में प्रवाहित होने वाली गर्म पानी की एक प्रमुख महासागरीय धारा हैं। यह धारा 20° उत्तरी अक्षांश के पास मेक्सिको की खाड़ी से उत्पन्न होकर उत्तर पूर्वी दिशा की ओर 70° उत्तरी अक्षांश तक पश्चिमी यूरोप के पश्चिमी तट तक प्रवाहित होती हैं।

व्याख्या: गल्फस्ट्रीम जलधारा यूरोप का गर्म कम्बल के नाम से लोकप्रिय है।
गल्फ स्ट्रीम उत्तरी अन्ध महासागर में प्रवाहित होने वाली गर्म पानी की एक प्रमुख महासागरीय धारा हैं। यह धारा 20° उत्तरी अक्षांश के पास मेक्सिको की खाड़ी से उत्पन्न होकर उत्तर पूर्वी दिशा की ओर 70° उत्तरी अक्षांश तक पश्चिमी यूरोप के पश्चिमी तट तक प्रवाहित होती हैं।

व्याख्या: एल नीनो स्पैनिश भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है- छोटा बच्चा इसे यह नाम पेरू के मछुआरों द्वारा बाल ईसा के नाम पर किया गया है क्योंकि इसका प्रभाव सामान्यतः क्रिसमस के आस-पास अनुभव किया जाता है।
ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र के समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को एल नीनो (अल नीनो या अल निनो) कहा जाता है। यह दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित ईक्वाडोर और पेरु देशों के तटीय समुद्री जल में कुछ सालों के अंतराल पर घटित होती है।

व्याख्या: क्यूरोशिवो की जलधारा (जापान की काली धारा) प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं।

व्याख्या: हम्बोल्ट धारा के बारें में (Humboldt Current) इसे "पीरु धारा" भी कहा जाता है। यह प्रशान्त महासागर मे बहने वाली एक ठंडे जल की महासागरीय धारा हैं, जो दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर दिशा में प्रवाहित होती हैं।

व्याख्या: महासागर के जल के सतत एवं निर्देष्ट दिशा वाले प्रवाह को महासागरीय धारा कहते हैं। वस्तुतः महासागरीय धाराएं, महासागरों के अन्दर बहने वाली उष्ण या शीतल नदियाँ हैं। प्रायः ये भ्रांति होती है कि महासागरों में जल स्थिर रहता है, किन्तु वास्तव मे ऐसा नही होता है। महासागर का जल निरंतर एक नियमित गति से बहता रहता है और इन धाराओं के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं। प्राकृतिक धारा में प्रमुख अपवहन धारा (ड्रिफ्ट करंट) एवं स्ट्रीम करंट होती हैं।

व्याख्या: ऐसी जलधाराएं महासागर की सतह पर वर्ष भर एक निश्चित दिशा में चलती रहती हैं। तापमान के आधार पर महासागरीय धाराएं गर्म या ठंडी हो सकती हैं। भूमध्य रेखा के पास गर्म महासागरीय धाराएं बनती हैं और वे ध्रुवों की ओर चलती हैं। ठंडी धाराएं ध्रुव या उच्च अक्षांशों से उष्णकटिबंधीय या निम्न अक्षांशों की तरफ चलती हैं।

व्याख्या: सारगैसो सागर (अंग्रेजी :Sargasso Sea) उत्तरी अटलांटिक महासागर में 20° से 40° उत्तरी अक्षांशों तथा 35° से 75° पश्चिमी देशान्तरों के मध्य चारों ओर प्रवाहित होने वाली जलधाराओं के मध्य स्थित शांत एवं स्थिर जल के क्षेत्र को सारगैसो सागर कहा जाता है।जो जड़विहीन होती हैं। यह गल्फ स्ट्रीम,कनारी तथा उत्तरी विषुवतीय धाराओं के चक्र के बीच स्थित शांत जल क्षेत्र है। इसके तट पर मोटी समुद्री घास तैरती है। इस घास को पुर्तगाली भाषा में सारगैसम (Sargassum) कहते हैं,जिसके नाम पर ही इसका नाम सारगैसो सागर रखा गया।

व्याख्या: पीरु धारा, प्रशान्त महासागर मे बहने वाली एक ठंडे जल की महासागरीय धारा हैं, जो दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर दिशा में प्रवाहित होती हैं। इसे हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। इसका तापमान तथा लवणता दोनों कम हैं। तट से सागर की ओर जाने के कारण तापमान बढ़ता जाता हैं।

व्याख्या: गल्फ स्ट्रीम उत्तरी अन्ध महासागर में प्रवाहित होने वाली गर्म पानी की एक प्रमुख महासागरीय धारा हैं। यह धारा 20° उत्तरी अक्षांश के पास मेक्सिको की खाड़ी से उत्पन्न होकर उत्तर पूर्वी दिशा की ओर 70° उत्तरी अक्षांश तक पश्चिमी यूरोप के पश्चिमी तट तक प्रवाहित होती हैं। मेक्सिको की खाड़ी में उत्पन्न होने के कारण इसे खाड़ी की धारा (गल्फ स्ट्रीम) के नाम से जाना जाता हैं।

व्याख्या: ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र के समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को एल नीनो (अल नीनो या अल निनो) कहा जाता है। यह दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित ईक्वाडोर और पेरु देशों के तटीय समुद्री जल में कुछ सालों के अंतराल पर घटित होती है। इससे परिणाम स्वरूप समुद्र के सतही जल का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है। इसका विस्तार 3°दक्षिण से 18°दक्षिण अक्षांश तक रहता है।

व्याख्या: उत्तरी अमेरिका में न्यूफाउंडलैंड के पास का समुद्री भाग प्राय: कुहरे से घिरा रहता है। इसका कारण है इसके निकट गल्फस्ट्रीम नामक गर्म तथा लेब्राडोर नामक ठंडी धारा का मेल होता है।

व्याख्या: महासागरीय धाराएं सागरीय जीवन के लिए अत्यावश्यक होती हैं। ये सागरीय जीव-जंतुओं के लिए आहार का मुख्य स्रोत होती हैं। सागर तरंगों से गर्म जल शीतल जल वाले क्षेत्रों तक जाता है। इसके विपरीत सागरीय तरंगों का असर भू-तापमान पर भी पड़ता है। सतही सागरीय धाराओं का ज्ञान पोत-परिवहन पर होने वाले व्यय को काफ़ी हद तक नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इनके कारण ही ईंधन की खपत पर बड़ा प्रभाव पड़ता है, जो व्यय और यात्रा समय में काफी कमी लाता है। पुराने समय में तो सागरीय धाराओं व वायु दिशा ज्ञान और भी महत्त्वपूर्ण हुआ करता था। इसका एक अच्छा उदाहरण अगुल्हास धारा है, जिसने कारण पुर्तगाली नाविकों व अन्वेषकों को काफ़ी समय तक भारत आने से रोके रखा। आज भी संसार भर के नौवहन प्रतियोगी सागरीय धाराओं का लाभ उठाते हैं। महासागरीय धाराएं सागरीय जीवन के लिये भी महत्त्वपूर्ण होती हैं। इसका एक उदाहरण ईल मछली है।

व्याख्या:

धारा का नाम (प्रकृति)महासागर का नाम
खाड़ी के उत्तर स्ट्रीम (गर्म)अटलांटिक महासागर
उत्तरी अटलांटिक धारा (गर्म)उत्तरी अटलांटिक महासागर
कैनरी धारा (ठंडी)उत्तरी अटलांटिक महासागर
लेब्राडोर धारा (ठंडी)उत्तरी अटलांटिक महासागर
अलास्का की धारा (गर्म)उत्तरी प्रशांत महासागर
क्यूरोशियो (जापान) धारा (गर्म)उत्तरी प्रशांत महासागर
उत्तरी प्रशांत महासागर धारा (गर्म)उत्तरी प्रशांत महासागर
ब्राजील धारा (गर्म)दक्षिण अटलांटिक महासागर
बेंगुला धारा (गर्म व ठंडी)दक्षिण अटलांटिक महासागर
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई धारा (गर्म)दक्षिण प्रशांत महासागर
हम्बोल्ट (पेरू) धारा (ठंडी)दक्षिण प्रशांत महासागर
पश्चिम पवन धारा (ठंडी)दक्षिण प्रशांत महासागर
ऒयाशिओ (कामचटका) (ठंडी)धारा उत्तरी प्रशांत महासागर
ऑस्ट्रेलियाई धारा (ठंडी)पश्चिम हिंद महासागर
इक्वेटोरियल धारा (गर्म)प्रशांत महासागर
कैलीफोर्निया की धारा (ठंडी)प्रशांत महासागर
अगुलहास धारा (गर्म)हिंद महासागर

व्याख्या: उतरी अंध महासागरीय गर्म जलधारा इस तट के पास से बहती है।

व्याख्या: कैलीफोर्निया की धारा, प्रशान्त महासागर की एक प्रमुख सागरीय धारा हैं। तथा यह ठंडी जलधारा है

व्याख्या: पीरु धारा, प्रशान्त महासागर मे बहने वाली एक ठंडे जल की महासागरीय धारा हैं, जो दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर दिशा में प्रवाहित होती हैं। इसे हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। इसका तापमान तथा लवणता दोनों कम हैं। तट से सागर की ओर जाने के कारण तापमान बढ़ता जाता हैं।

व्याख्या: एगुलस धारा , दक्षिण-पश्चिमी हिंद महासागर की एक पश्चिमी सीमा धारा है। ये अफ़्रीका की पूर्वी तटरेखा के 27°दक्षिण से 40°दक्षिण तक बहती है। यह एक संकीर्ण, तेज और शक्तिशाली धारा है। यह भी कहा जाता है कि एगुलस विश्व की पश्चिमी सीमा धारायों में सबसे बड़ी धारा है। यह गर्म जलधारा है!


Correct Answers:

CLOSE
0/20
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.