गाँधी युग ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - राष्ट्रीय आंदोलन GK Quiz (Set-4)

गाँधी युग से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ। आधुनिक भारत के इतिहास - गाँधी युग MCQ क्विज़, आगामी परीक्षाओं जैसे बैंकिंग, SSC, रेलवे, UPSC, State PSC की तैयारी करें।

गाँधी युग (1917 ई.-1947 ई.)

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 4)

व्याख्या: 1 अगस्त 1920 को असहयोग आंदोलन की घोषणा की गई थी, उसी दिन सुबह-सुबह बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु की खबर आई। गांधीजी और लगभग 2 लाख व्यक्तियों की भीड़ ने "आधुनिक भारत के निर्माता" के प्रति सम्मान व्यक्त किया, यह आंदोलन पूरे भारत में हड़ताल और जुलूसों के साथ शुरू हुआ।

असहयोग आंदोलन पहला देशव्यापी जन आंदोलन था। वर्ष 1921-22 में देश के इतिहास में एक अभूतपूर्व आंदोलन देखा गया जब छात्रों में व्यापक अशांति थी। 1921 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इलाहाबाद अधिवेशन में, व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों स्तरों पर एक असहयोग आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया गया।

असहयोग आंदोलन का सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव यह था कि इसने गांधीजी को भारत में राष्ट्रीय राजनीति की अग्रिम सीट पर ला खड़ा किया। असहयोग आंदोलन के बाद चरखा और खादी भारतीय राष्ट्रवाद के प्रतीक बन गए। दिसंबर 1921 तक आंदोलन के सभी प्रमुख नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया।

व्याख्या: गांधीजी 12 मार्च, 1930 को 'साबरमती आश्रम' (गुजरात) से अपने 78 सहयोगियों के साथ 'दांडी मार्च' नमक के ऊपर लगाए के कर के विरुद्ध किया था। 6 अप्रैल, 1930 को लगभग 390 (240 मील) किमी. की यात्रा पूरी कर दांडी में गांधीजी ने सांकेतिक नमक बनाकर कानून तोडा।

व्याख्या: रॉलेट एक्ट को काला कानून भी कहा जाता है। यह कानून तत्कालीन ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में उभर रहे राष्ट्रीय आंदोलन को कुचलने के लिए बनाया गया था। ... इस कानून के तहत ब्रिटिश सरकार को ये अधिकार प्राप्त हो गया था, कि वह किसी भी भारतीय पर अदालत में बिना मुकदमा चलाए, उसे जेल में बंद कर सकती थी।

व्याख्या: चंपारण का किसान आंदोलन अप्रैल 1917 में हुआ था. गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह और अहिंसा के अपने आजमाए हुए अस्र का भारत में पहला प्रयोग चंपारण की धरती पर ही किया. देश को राजेंद्र प्रसाद, आचार्य कृपलानी, मजहरूल हक, ब्रजकिशोर प्रसाद जैसी महान विभूतियां भी इसी आंदोलन से मिलीं.

व्याख्या: आजाद हिन्द फौज (INA) की योजना कैप्टन मोहन सिंह के मन में मलाया में आयी। वे आजाद हिन्द फौज के संस्थापक सेनापति भी थे। जापानी सेना के अफसर मेजर फूजीहारा तथा सिख साधु ज्ञानी प्रीतम सिंह की सलाह पर मोहन सिंह ने सिंगापुर कब्जे के बाद बन्दी बनाये गए 40,000 युद्धबन्दियों को लेकर आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। जिसका उद्देश्य भारत को मुक्ति दिलाना था। पुनः रासबिहारी बोस नेतृत्व में द्वारा मार्च, 1942 ई. में टोकियो के सम्मेलन में अप्रवासी भारतीयों द्वारा ‘इण्डिया इण्डिपेन्डेन्स लीग’ की स्थापना की गई। पुनः 4 जुलाई, 1943 ई. को रासबिहारी बोस ने आजाद हिन्द फौज तथा इण्डिया इण्डिपेन्डेन्स लीग के नेतृत्व का भार सुभाषचन्द्र बोस को सौंप दिया।

व्याख्या: स्वराज पार्टी पराधीन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय बना एक राजनैतिक दल था। इस दल की स्थापना 1 जनवरी, 1923 को देशबन्धु चित्तरंजन दास तथा मोतीलाल नेहरु ने की थी। यह दल भारतीयों के लिये अधिक स्व-शासन तथा राजनीतिक स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिये कार्य कर रहा था। भारतीय भाषाओं में स्वराज का अर्थ है "अपना राज्य"।

व्याख्या: कांग्रेस का सूरत अधिवेशन 1907 ई. में सूरत में सम्पन्न हुआ। ऐतिहासिक दृष्टि से यह अधिवेशन अति महत्त्वपूर्ण था। गरम दल तथा नरम दल के आपसी मतभेदों के कारण इस अधिवेशन में कांग्रेस दो भागों में विभाजित हो गई। इसके बाद 1916 ई. के 'लखनऊ अधिवेशन' में पुन: दोनों दलों का आपस में विलय हुआ।

व्याख्या: खान अब्दुल गफ्फार खान के नेतृत्व में पठानों ने खुदाई खिदमतगार समाज की स्थापना की, जिसे "लाल कुर्ती" के नाम से जाना जाता है।

व्याख्या: दिसंबर 1920 में नागपुर अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी द्वारा आधिकारिक रूप से तय किए जाने से पहले बिहार में असहयोग आंदोलन शुरू करने का दबाव बहुत अधिक बढ़ रहा था।

जिन किसानों ने कुछ क्षेत्रों में ज़मींदारों के खिलाफ आंदोलन किया था, वे स्वामी विद्यानंद के अधीन, कुछ समय के लिए कांग्रेस से जुड़े। किसान नेता स्वामी विद्यानंद असहयोग आंदोलन के प्रबल समर्थक थे, जिन्होंने पहले ही किसानों के साथ असहयोग का प्रचार करने वाले प्रांत का दौरा किया था।

व्याख्या: रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियांवाला बाग नरसंहार के विरोध में 1919 में ब्रिटिश सरकार को 'द सर' (नाइटहुड) पुरस्कार लौटाया, जिसमें ब्रिटिश सेना के हाथों 379 निर्दोष लोग मारे गए। जलियांवाला बाग हत्याकांड, जिसे अमृतसर नरसंहार भी कहा जाता है। यह घटना 13 अप्रैल 1919 को हुई थी।

व्याख्या: 5 फरवरी 1922 को चौरी-चौरा (उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले) में गुस्साई भीड़ ने थाने में आग लगा दी और 22 पुलिसकर्मियों को जला दिया गया। इसके कारण गांधीजी ने 11 फरवरी 1922 को अचानक असहयोग आंदोलन वापस ले लिया।

व्याख्या: 13 अप्रैल, 1919 को पंजाब (अमृतसर) का प्रसिद्ध जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ। जिसमें जनरल डायर द्वारा गोली चलाने का आदेश दिये जाने के कारण भारी संख्या में लोग हताहत हुए एवं मारे गये।

व्याख्या: भारत की खोज (अंग्रेज़ी: Discovery of India) की रचना 1944 में अप्रैल-सितंबर के बीच अहमदनगर की जेल में जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई थी। इस पुस्‍तक को नेहरू जी ने अंग्रज़ी में लिखा और बाद में इसे हिंदी और अन्‍य बहुत सारे भाषाओं में अनुवाद किया गया है। भारत की खोज पुस्‍तक को क्‍लासिक का दर्जा हासिल है।

व्याख्या: भारत के संविधान के सिद्धान्तों को तय करने के लिए सर्वदलीय सम्मेलन की समिति की रिपोर्ट को आमतौर पर 'नेहरू रिपोर्ट' की नाम से जाना जाता है। 'नेहरू रिपोर्ट' को अन्तिम रूप से अगस्त, 1928 ई. में आयोजित सर्वदलीय सम्मेलन में स्वीकार किया गया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता डॉक्टर अंसारी ने की।

व्याख्या: स्वराज पार्टी पराधीन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय बना एक राजनैतिक दल था। यह दल भारतीयों के लिये अधिक स्व-शासन तथा राजनीतिक स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिये कार्य कर रहा था। भारतीय भाषाओं में स्वराज का अर्थ है 'अपना राज्य'।


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