दिल्ली सल्तनत से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या - Delhi Sultanate Gk Quiz (set-6)

दिल्ली सल्तनत से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या - Delhi Sultanate Gk Quiz (set-6).

दिल्ली सल्तनत

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 6)

76. मुहम्मद गोरी एवं पृथ्वीराज चौहान के बीच विवाद के मूल में था
77. मुहम्मद गोरी का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण भारतीय आक्रमण था

व्याख्या: तराइन का द्वितीय युद्ध वर्ष 1192 ई. में पृथ्वीराज चौहान और शहाबुद्दीन मुहम्मद ग़ोरी के मध्य लड़ा गया। तराइन के इस युद्ध को 'भारतीय इतिहास' का एक विशेष मोड़ माना जाता है। इस युद्ध में मुस्लिमों की विजय और राजपूतों की पराजय हुई। इस विजय से बाहरी आक्रमणकारियों के पाँव भारत में काफ़ी लम्बे तक जम गये।

78. मुहम्मद गोरी एवं कन्नौज के राजा जयचंद के मध्य 1194 ई० में हुआ युद्ध किस नाम से प्रसिद्ध है?

व्याख्या: चंदावर का युद्ध सन् (1193-1194) में हुआ था। यह युद्ध मुहम्मद ग़ोरी और कन्नौज के राजा जयचंद के बीच लड़ा गया, युद्ध के दौरान जयचंद की सेना कमजोर पड़ने लगी और अंत में जयचंद की हार और मृत्यु हुई। ... चंदावर के इस युद्ध में जयचंद मारा गया।

79. मुहम्मद गोरी का अंतिम आक्रमण किसके विरुद्ध हुआ?

व्याख्या: खोखर राजस्थान, पंजाब, सिंध, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पायी जाने वाली एक जाट गोत्र है।

80. तराईन का द्वितीय युद्ध ऐसा निर्णायक युद्ध समझना चाहिए जिसने भारत पर मुसलमानों की आधारभूत सफलता निश्चित कर दिया। बाद में होने वाले आक्रमण इसके परिणाम मात्र थे'-यह किसका कथन है?
81. मुहम्मद गोरी के किस सेनापतिने बिहार विजय (1202-03), बंगाल विजय (1204-05) एवं असम पर आक्रमण (1206) किया?
82. भारत में मुस्लिम राज्य का संस्थापक मुहम्मद गोरी को माना जाता है परन्तु भारत में स्वतंत्र मुस्लिम राज्य का संस्थापक किसे माना जाता है?

व्याख्या: कुतुबुद्दीन ऐबक मध्य कालीन भारत में एक शासक, दिल्ली सल्तनत का पहला शासक एवं गुलाम वंश का स्थापक था। उसने केवल चार वर्ष (1206 –1210) ही शासन किया। वह मुहम्मद गोरी का एक गुलाम (गुलामों को सैनिक सेवा के लिए खरीदा जाता था) था। यह पहले ग़ोरी साम्राज्य के सुल्तान मुहम्मद ग़ोरी के सैन्य अभियानों का सहायक बना और फिर दिल्ली का शासक। इसने अपनी राजधानी लाहौर बनाई। कुतुबमीनार की नींव इसने ही डाली थी।

83. अलाउद्दीन खिल्जी के आक्रमण के समय देवगिरि का शासक कौन था?

व्याख्या: रामचन्द्र (राज 1271-1311), जिसे रामदेव भी कहा जाता है, भारत के देवगिरि के यादव वंश का शासक था। 12 9 6 सीई में, उन्हें दिल्ली सल्तनत से मुस्लिम आक्रमण का सामना करना पड़ा और अलाउद्दीन खलजी को एक वार्षिक श्रद्धांजलि देने के लिए सहमति से शांति की स्थापना हुई। जब उन्होंने 1303-1304 सीई में श्रद्धांजलि के भुगतान को बंद कर दिया, अलाउद्दीन ने मलिक काफुर की अगुआई में एक दल को उनके अधीन करने के लिए भेजा, और उन्हें दिल्ली सल्तनत के एक स्थान बनने के लिए मजबूर कर दिया।

84. 'जब उसने राजत्व प्राप्त किया तो वह शरीयत के नियमों और आदेशों से पूर्णतया स्वतंत्र था' बरनी ने यह कथन किस सुल्तान के लिए कहा?

व्याख्या: बरनी ने अलाउद्दीन खिलजी के विषय में कहा कि जब उसने राजत्व प्राप्त किया तो वह शरियत के नियमों और आदेशों से पूर्णतया स्वतंत्र था। यह प्रथम सुल्तान था, जिसने भूमि की पैमाइश कराकर (मसाहत) भूमि की वास्तविक आय पर लगान लेना शुरू किया। मुहम्मद बिन तुगलक को अपनी सनक भरी योजनाओं व कुछ कृत्यों के कारण स्वप्नशील, पागल एवं रक्त पिपासु कहा गया। बरनी, सरहिन्दी, बदायूंनी जैसे इतिहासकारों ने इसे अधर्मी घोषित किया। इल्तुतमिश को ‘खिल्अत’ का प्रमाण-पत्र मिलने के कारण यह दिल्ली सल्तनत का एक वैध शासक था। यह पहला सुल्तान था, जिसने शुद्ध अरबी सिक्के चलवाये। बलबन दिल्ली सल्तनत का पहला सुल्तान था, जिसने अपने राजस्व सिद्धांत की विस्तारपूर्वक व्याख्या की। बलबन ने इल्तुतमिश द्वारा स्थापित चालीस तुर्की सरदारों के दल को समाप्त किया।

85. सल्तनत काल में भूराजस्व का सर्वोत्तम ग्रामीण अधिकारी था

व्याख्या: सल्तनत काल में भू-राजस्व का सर्वोच्च ग्रामीण अधिकारी चौधरी था। सल्तनत काल में अलाउद्दीन प्रथम सुल्तान था, जिसने भूमि की पैमाइश कराकर एवं भूमि की वास्तविक आय पर लगान लेना निश्चित किया। भू-राजस्व ही सल्तनत काल में आय का मुख्य स्रोत था। रावत, मलिक, पटवारी आदि लगान वसूल करते थे।

86. तैमूर के आक्रमण के बाद भारत में किस वंश का राज स्थापित हुआ?

व्याख्या: तैमूर के आक्रमण (1398 ई.) ने तुगलक शासन को कमजोर कर दिया। 1412 ई. में नासिरुद्दीन की मृत्यु के साथ ही तुगलक वंश का अंत हो गया। 1413 ई. में सरदारों ने दौलत खां को दिल्ली का सुल्तान चुना। परंतु उसे दौलत खां के सूबेदार खिज्र खां ने पराजित कर दिया। वह तैमूर द्वारा नियुक्त लाहौर का सूबेदार था। तैमूर के आक्रमण के बाद 1414ई. में उसने दिल्ली पर अधिकार कर एक नए वंश सैय्यद वंश की नीव डाली।

87. निम्नलिखित में से किस सुल्तान के दरबार में सबसे अधिक गुलाम थे?

व्याख्या: फिरोजशाह तुगलक ‘1351-1388’ के समय में सबसे अधिक गुलाम (1,80,000) थे। फिरोज तुगलक ने दीवान-ए-बदगान नाम से दासों के लिए एक नया विभाग भी खोला था। ज्ञातव्य है कि फिरोज तुगलक ने ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया था।

88. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने बेरोजगारों को रोजगार दिया?

व्याख्या: फिरोज शाह तुगलक को कुछ इतिहासकार धर्मान्ध एवं असहिष्णु शासक मानते हैं, परन्तु उसने बेरोजगारों को रोजगार दिलाने में कई महत्वपूर्ण कार्य किये हैं फिरोज तुगलक ने हिसार, फिरोजाबाद, जौनपुर, फिरोजपुर नगरों को बसाया। मुहम्मद बिन तुगलक के समय में दोआब क्षेत्र में कर वृद्धि, राजधानी परिवर्तन, सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन आदि नवीन कार्य हुए हैं। अलाउद्दीन ने बाजार नियंत्रण, सैनिकों को नकद वेतन, जब्ती प्रणाली का शुभारम्भ किया। शेरशाह सूरी ने अपना मकबरा सहसाराम में झील के अन्दर ऊंचे टीले पर बनवाया। कन्नौज के स्थान पर शेरसूर नामक नगर बसाया।

89. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने फलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए उपाय किए?

व्याख्या: फिरोज शाह तुगलक ने बागवानी में अपनी अभिरुचि के कारण दिल्ली के निकट 1200 नए बाग़ लगवाए तथा अलाउद्दीन के तीस पुराने बागों को फिर से लगवाया।

90. नालंदा विश्वविद्यालय के विनाश का कारण है

व्याख्या: नालन्दा अपने ढंग का अद्भुत एवं निराला विश्वविद्यालय था। हर्ष के बाद 12वीं सदी तक इसकी ख्याति बनी रही। ग्यारहवीं शताब्दी में पाल शासकों ने नालन्दा के स्थान पर विक्रमशिला को राजकीय संरक्षण देना प्रारम्भ कर दिया, जिससे नालन्दा का महत्व घटने लगा। इस समय तक नालन्दा पर तंत्रयान का प्रभाव बढ़ने लगा। अन्ततः 12वीं शताब्दी में मुस्लिम आक्रान्ता बख्तियार खिलजी ने इस विश्वविद्यालय को ध्वस्त कर दिया। यहां के भिक्षुओं की हत्या कर दी गयी और पुस्तकालय जला दिये गये इस प्रकार इस ख्याति प्राप्त शिक्षा केन्द्र का दुखद अन्त हुआ।


Correct Answers:

CLOSE
/15
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.