गरमपंथी या उग्रवादी चरण ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz (Set-2)

उग्रवादी चरण ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन और उत्तर विस्तृत समाधान के साथ। उदारवादी चरण MCQ क्विज़, आगामी परीक्षाओं जैसे बैंकिंग, SSC, रेलवे, UPSC, State PSC की तैयारी करें।

उदारवादी चरण

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 2)

व्याख्या: मैडम भीकाजी कामा: भारतीय क्रांति की जननी जिसने विदेशों में रहकर लड़ी थी देश की आजादी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अपना अमूल्य योगदान देने वाली और भारतीय क्रांति की जननी के नाम से मशहूर भीकाजी रुस्तम कामा उन्हें मैडम कामा के नाम से भी जाना जाता है।

व्याख्या: मुस्लिम लीग का मूल नाम 'अखिल भारतीय मुस्लिम लीग' था। यह एक राजनीतिक समूह था, जिसने ब्रिटिश भारत के विभाजन (1947 ई.) से निर्मित एक अलग मुस्लिम राष्ट्र के लिए आन्दोलन चलाया। मुस्लिम नेताओं, विशेषकर मुहम्मद अली जिन्ना ने इस बात का भय जताया कि स्वतंत्र होने पर भारत में सिर्फ़ हिन्दुओं का ही वर्चस्व रहेगा। इसीलिए उन्होंने मुस्लिमों के लिए अलग से एक राष्ट्र की मांग को बार-बार दुहराया।

व्याख्या: 1916 ई. के मध्य दो होम रूल लीगों की स्थापना हुई। 'पुणे होम रूल लीग' की स्थापना बाल गंगाधर तिलक ने और 'मद्रास होम रूल लीग' की स्थापना एनी बेसेंट ने की। होम रूल लीग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सहायक संस्था की भांति कार्यरत हो

व्याख्या: बाल गंगाधर तिलक द्वारा शुरू की गई साप्ताहिक पत्रिका 'केसरी' थी.

व्याख्या: लाला लाजपत राय जन्म: 28 जनवरी, 1865; मृत्यु: 17 नवंबर, 1928 ई., लाहौर, अविभाजित भारत को भारत के महान् क्रांतिकारियों में गिना जाता है। आजीवन ब्रिटिश राजशक्ति का सामना करते हुए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले लाला लाजपत राय को 'पंजाब केसरी' भी कहा जाता है। उन्हें 'पंजाब के शेर' की उपाधि भी मिली थी।

व्याख्या: गवर्नर जनरल लॉर्ड हार्डिंग (द्वितीय) के कार्यकाल में आयोजित दिल्ली दरबार में जॉर्ज पंचन में वर्ष 1911 में भारत की राजधानी कलकता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की। 1 अप्रैल, 1912 को दिल्ली भारत की नई राजधानी बनी।

व्याख्या: क्रांतिकारियों ने अनेक गुप्त संगठन बनाए जिसमें सबसे महत्वपूर्ण और ज्यादा दिनों तक चलने वाले संगठन थे - अनुशीलन समिति, यूगांतर, स्वदेश बांधव समिति और व्रती समिति। इनकी गतिविधियां मुख्यत: दो प्रकार की थी _ अत्याचारी अफसरों, मुखबिरों और देशद्रोहियों की हत्या करना और डाका डालकर हथियार खरीदने के लिए पैसा इकठ्ठा करना। बाद में इसे स्वदेशी डकैती कहा गया। अनुशीलन समिति का गठन 1902 ई. में ढाका (बंगाल) में पी. मित्रा, सतीश चन्द्र बोस और पुलिन बिहारी दास तथा बारीन्द्र कुमार घोष ने की। अनुशीलन समिति ने 2 जून, 1908 में बाड़ा या बर्रा (पूर्वी बंगाल) में डकैती डाली। स्वदेश बांधव समिति का वारीसाल में गठन अशिवनी कुमार दत्त ने किया था।

व्याख्या: गवर्नर जनरल लॉर्ड हार्डिंग (द्वितीय) के कार्यकाल में आयोजित दिल्ली दरबार में जॉर्ज पंचन में वर्ष 1911 में भारत की राजधानी कलकता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की। 1 अप्रैल, 1912 को दिल्ली भारत की नई राजधानी बनी।

व्याख्या: 'अल हिलाल' समाचार पत्र को राष्ट्रीयता एवं तर्कवादी विचारधाराओं के प्रचार के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद ने वर्ष 1912 में प्रकाशित किया।

व्याख्या: मार्च, 1940 में पंजाब के क्रांतिकारी नेता उधम सिंह ने जलियांवाला बाग़ के नरसंहार का बदला लेने के ली इस हत्याकांड के समय पंजाब के गवर्नर रहे सर माइकल ओ' डायर की लंदन में हत्या कर दी थी, जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार कर मृत्युदंड दे दिया गया।

व्याख्या: कांग्रेस का सूरत अधिवेशन 1907 ई. में सूरत में सम्पन्न हुआ। ऐतिहासिक दृष्टि से यह अधिवेशन अति महत्त्वपूर्ण था। गरम दल तथा नरम दल के आपसी मतभेदों के कारण इस अधिवेशन में कांग्रेस दो भागों में विभाजित हो गई। इसके बाद 1916 ई. के 'लखनऊ अधिवेशन' में पुन: दोनों दलों का आपस में विलय हुआ।

व्याख्या: मुस्लिम नेताओं ने ढाका के नवाब सलीमुल्ला के नेतृत्व में 30 दिसम्बर, 1906 ई. को ढाका में 'मुस्लिम लीग' की स्थापना की।
सलीमुल्ला ख़ाँ 'मुस्लिम लीग' के संस्थापक व अध्यक्ष थे, जबकि प्रथम अधिवेशन की अध्यक्षता मुश्ताक हुसैन ने की। इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य था- 'भारतीय मुस्लिमों में ब्रिटिश सरकार के प्रति भक्ति उत्पत्र करना व भारतीय मुस्लिमों के राजनीतिक व अन्य अधिकारो की रक्षा करना।

व्याख्या: विघ्नहर्ता गणेश पूजा भारत में प्राचीन काल से होती रही है। पेशवाओं ने गणेशोत्सव का त्यौहार मनाने की परंपरा शुरू की और सार्वजनिक गणेशोत्सव शुरू करने का श्रेय तिलक को जाता है

व्याख्या: सरकार ने जुलाई 1905 में बंगाल के विभाजन की घोषणा की। इसका बहिष्कार करने के लिए 7 अगस्त 1905 को कोलकाता टाउन हॉल से स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक घोषणा की गई।

व्याख्या: बंगाल विभाजन के विरुद्ध विद्रोह का नेतृत्व सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने किया था।


Correct Answers:

CLOSE
0/15
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.