पूर्व मध्यकालीन भारत (उत्तर भारत) से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या - Gk Quiz (set-2)

पूर्व मध्यकालीन भारत (उत्तर भारत) से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या - Gk Quiz (set-2).

पूर्व मध्यकालीन भारत (उत्तर भारत)

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 2)

16. हिन्दू विधि पर एक पुस्तक 'मिताक्षरा' किसने लिखी?

व्याख्या: मिताक्षरा संस्कृत भाषा में धर्मशास्त्र का प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इसका प्रणयन 'विज्ञानेश्वर' ने किया था, जो चालुक्यों की राजधानी कल्याणी में विक्रमादित्य चालुक्य (1076-1126 ई.) के राज्य काल में रहते थे। बंगाल तथा आसाम के अतिरिक्त शेष भारत में हिन्दू क़ानून के विषय में 'मिताक्षरा' को प्रमाण माना जाता है। इसमें बताया गया है कि हिन्दू परिवारों में समस्त पैतृक सम्पत्तियों में पुत्र पिता का सहभागी होता है , उसे अपनी स्वीकृति के अतिरिक्त अन्य किसी रीति से उत्तराधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता।

17. ब्लैक पगोडा है

व्याख्या: कोणार्क का सूर्य मंदिर' सूर्य देवता को समर्पित एक मंदिर है,जो भारत में पुरी (ओडिशा राज्य) के पास स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पूर्वी गंग वंश के राजा नरसिंहदेव प्रथम ने 1250 ई. में कराया था। यूनेस्को ने वर्ष 1984 में इसे 'विश्व विरासत स्थल' का दर्जा प्रदान किया था। समुद्री यात्रा करने वाले लोग एक समय में इसे 'ब्लैक पगोडा' कहते थे।

18. 750 ई० में बंगाल के पाल वंश की स्थापना करनेवाले गोपाल ऐसे शासक थे जिन्हें
19. राजस्थान के इतिहास का प्रणेता किसे कहा जाता है?

व्याख्या: जेम्स टॉड ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी के एक अधिकारी तथा भारतविद थे। जेम्स टाॅड वर्ष 1817-18 में पश्चिमी राजपूत राज्यों के पाॅलिटिकल एजेंट बन कर उदयपुर आए। इन्होंने 5 वर्ष तक राजस्थान की इतिहास-विषयक सामग्री एकत्र की एवं इंग्लैंड जा कर वर्ष 1829 में 'एनल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान अथवा सेंट्रल एंड वेस्टर्न राजपूत स्टेट्स ऑफ इंडिया' है। इस रचना में सर्वप्रथम 'राजस्थान' शब्द का प्रयोग हुआ। कर्नल जेम्स टॉड को राजस्थान के इतिहास-लेखन का पितामह माना जाता है।

20. प्रतिहार स्वयं को ...... का वंशज मानते थे जो राम के प्रतिहार (अर्थात् द्वारपाल) थे

व्याख्या: गुर्जर प्रतिहार राजवंश की स्थापना नागभट्ट ने 725 ई. में की थी। उसने राम के भाई लक्ष्मण को अपना पूर्वज बताते हुए अपने वंश को सूर्यवंश की शाखा सिद्ध किया। 'गुर्जर प्रतिहार सूर्यवंश का होना सिद्द करते है तथा गुर्जर प्रतिहारो के शिलालेखो पर अंकित सूर्यदेव की कलाकृर्तिया भी इनके सूर्यवंशी होने की पुष्टि करती है।

21. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए:
सूची-I (राजवंश)
  1. चन्देल
  2. कलचुरि
  3. गढ़वाल/राठौर
  4. गुहिलोत
सूची-II (राज्य क्षेत्र)
  1. जेजाकभुक्ति/बुन्देलखण्ड
  2. चेदि
  3. कन्नौज
  4. मेवाड़
22. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए:
सूची-I (राजवंश)
  1. चौहान
  2. परमार
  3. चौलुक्य/सोलंकी
  4. चन्देल
सूची-II (संस्थापक)
  1. वासुदेव
  2. सिअक
  3. सीअक ii श्री हर्ष
  4. नन्नुक चन्देल
23. कौन सुमेलित नहीं है?

व्याख्या: राष्ट्रकूट वंश की स्थापना 752 ईसवी में दन्तिदुर्ग ने की थी। दंतिदुर्ग ने अपने शासन की शुरुआत बादामी के चालुक्य शासकों के सामंत के रूप में की थी। ऐसे प्रमाण मिलते हैं की दन्तिदुर्ग ने चालुक्य शासक विक्रमादित्य द्वितीय के साथ अनेक अभियानों में भाग लिया था।

24. 'हरिकेलि' नाटक का रचयिता है

व्याख्या: ‘हरिकेली’ नाटक के रचयिता विग्रहराज (चतुर्थ) थे। विग्रहराज चहमान वंश के एक हिन्दू राजा थे, जिन्होनें भारत के उत्तर-पश्चिम भाग में शासन किया था। इन्होनें पड़ोसी राजाओं को जीतकर चहमान राज्य को एक साम्राज्य में परिवर्तित कर दिया था। इनके राज्य में वर्तमान राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के क्षेत्र सम्मिलित थे। इनकी राजधानी अजमेरू थी, जहाँ इन्होनें अनेक भवनों का निर्माण करवाया था।

25. किस नाटक के कुछ अंश अढ़ाई दिन का झोपड़ी मस्जिद की दीवारों पर अंकित है?

व्याख्या: अढ़ाई दिन का झोंपड़ा राजस्थान के अजमेर नगर में स्थित यह एक मस्जिद है। माना जाता है इसका निर्माण सिर्फ अढाई दिन में किया गया और इस कारण इसका नाम अढाई दिन का झोपड़ा पढ़ गया। इसका निर्माण पहले से वर्तमान संस्कृत विद्यालय को परिवर्तित करके मोहम्मद ग़ोरी के आदेश पर मोहम्मद गौरी के गवर्नर कुतुब-उद-दीन ऐबक ने वर्ष 1192 में करवाया था। हेरिकेलि नाटक के कुछ अंश अढ़ाई दिन का झोपड़ी मस्जिद की दीवारों पर अंकित है।

26. रानी पद्मिनी का नाम अलाउद्दीन खल्जी की चित्तौड़ विजय से जोड़ा जाता है। उसके पति का नाम है

व्याख्या: राणा रत्नसिंह चित्तौड़ के राजपूत शासक थे। इनका शासनकाल (1302-03) था। अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के संबंध में महाकवि मलिक मुहम्मद जायसी ने अपने सुप्रसिद्ध महाकाव्य पद्मावत में लिखा है कि यह आक्रमण राजा रतनसेन की अद्वितीय सुंदरी पत्नी पद्मावती को प्राप्त करने के लिए हुआ था और अनेक वर्षों तक घेरा डालने के बाद असफल होकर खिलजी लौट गया था तथा दुबारा आक्रमण करके विजयी हुआ था।

27. विक्रमशिला शिक्षा केन्द्र के संस्थापक का नाम है

व्याख्या: बिहार प्रान्त के भागलपुर जिले में स्थित विक्रमशिला नालन्दा के ही समान एक अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा का केन्द्र रहा है। विक्रमशिला के महाविहार की स्थापना पाल नरेश धर्मपाल (775-800) ने करवायी थी। उसने यहां मंदिर तथा मठ बनवाये और उदारतापूर्वक अनुदान दिया। धर्मपाल के उत्तराधिकारियों ने 13वीं सदी तक इसे राजकीय संरक्षण प्रदान किया, परिणामस्वरूप विक्रमशिला लगभग चार शताब्दियों से भी अधिक समय तक अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय बना रहा।

28. निम्नलिखित में से किस मंदिर परिसर में एक भारी-भरकम नन्दी की मूर्ति है जिसे भारत की विशालतम नन्दी मूर्ति माना जाता है?

व्याख्या: कन्दारिया महादेव मन्दिर खजुराहो, मध्य प्रदेश में स्थित है। इस मन्दिर का निर्माण चन्देल वंश के पराक्रमी राजा यशोवर्मन ने 1025-1050 ई. के आस-पास करवाया था। मंदिर परिसर में एक भारी-भरकम नन्दी की मूर्ति है जिसे भारत की विशालतम नन्दी मूर्ति माना जाता है।

29. निम्नलिखित में से किसे एक नये संवत् चलाने का यश प्राप्त है

व्याख्या: बंगाल के सेन वंश के शासकों में सर्वाधिक शक्तिशाली शासक लक्ष्मण सेन ने नये संवत् (लक्ष्मण संवत - 1190 ई.) का प्रचलन किया था। उसका शासन काल सांस्कृतिक उपलब्धियों की दृष्टि से अधिक प्रसिद्ध हुआ। उसने अपने पिता वल्लाल सेन के अधूरे ग्रंथ 'अद्भुत सागर' को पूरा किया। जयदेव (गीता गोविंद), धोयी (पवनदूत), हलायुध नामक लब्धप्रतिष्ठ विद्वान उसकी राज्यसभा की शोभा थे। हलायुध लक्ष्मणसेन के प्रधान न्यायाधीश थे।

30. 'गीत गोविन्द' के रचनाकार जयदेव किसकी सभा को अलंकृत करते थे?

व्याख्या: गीतगोविन्द जयदेव की काव्य रचना है। गीतगोविन्द में श्रीकृष्ण की गोपिकाओं के साथ रासलीला, राधाविषाद वर्णन, कृष्ण के लिए व्याकुलता, उपालम्भ वचन, कृष्ण की राधा के लिए उत्कंठा, राधा की सखी द्वारा राधा के विरह संताप का वर्णन है। जयदेव का जन्म ओडिशा में भुवनेश्वर के पास केन्दुबिल्व नामक ग्राम में हुआ था। वे बंगाल के सेनवंश के अन्तिम नरेश लक्ष्मणसेन के आश्रित महाकवि थे। लक्ष्मणसेन के एक शिलालेख पर 1116 ई0 की तिथि है अतः जयदेव ने इसी समय में गीतगोविन्द की रचना की होगी।


Correct Answers:

CLOSE
/15
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.