मौर्योत्तर काल से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या | Mauryottar Period Gk Quiz (Set-4)

मौर्योत्तर काल से जुड़े ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या | Mauryottar Period Gk Quiz (set-4).

मौर्योत्तर काल

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 4)

46. सर्वप्रथम भारत में विशुद्ध संस्कृत भाषा में लम्बा अभिलेख किस राजा द्वारा जारी किया गया

व्याख्या: संस्कृत के आरम्भिक अभिलेखों में से एक में लगभग दूसरी शताब्दी ई. में सुप्रसिद्ध शक राजा रूद्रदामन का उल्लेख मिलता है। इस अभिलेख से पता चलता है कि रूद्रदामन ने गिरनार में सुदर्शन झील की मरम्मत करवाई थी।

47. किस राजा के शासनकाल में ईसाई धर्म प्रचारक सेंट थामस भारत आया?

व्याख्या: माना जाता है कि भारत में ईसाई धर्म की शुरुआत केरल के तटीय नगर क्रांगानोर में हुई जहाँ, किंवदंतियों के मुताबिक, ईसा के बारह प्रमुख शिष्यों में से एक संत थॉमस ईस्वी सन 52 में पहुँचे थे. संत थॉमस के मक़बरे की निगरानी करने वाले फ़ादर जे बी प्युटोर कहते हैं, 'यह वही जगह है जहाँ वह उतरे थे-ईसा मसीह का संदेश पहुँचाने'

48. किस कुषाण शासक ने सर्वप्रथम स्वर्ण मुद्राएँ जारी की ?

व्याख्या: सम्राट विम कडफिसेस ने कुषाण साम्राज्य का विस्तार अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान तथा पश्चिमोत्तर भारत में किया। वह स्वर्ण मुद्रा का प्रचलन करवाने वाला प्रथम कुषाण शासक था। इसके अतिरिक्त उसने पहले से प्रचलित ताँबे तथा चाँदी की मुद्राओं को भी जारी रखा।

49. किस वंश के शासकों ने 'क्षत्रप प्रणाली’ का प्रयोग किया?

व्याख्या: भारत में शकों की संयुक्त शासन- प्रणाली में वरिष्ठ शासक को “महाक्षत्रप' की उपाधि मिलती थी तथा अन्य कनिष्ठ शासक 'क्षत्रप' कहे जाते थे।

50. 'त्रातार' (मुक्तिदाता) की उपाधि किस वंश के शासकों ने धारण किया?

व्याख्या: 'त्रातार' (मुक्तिदाता) की उपाधि शक वंश के शासकों ने धारण किया।

51. प्राचीन काल के भारत पर आक्रमणों के संबंध में कौन सा सही कालानुक्रम है?
52. भारत में प्रथम बार सैनिक शासन (Military Governorship) व्यवहार में लाया गया?

व्याख्या: भारत में प्रथम बार सैनिक शासन ग्रीकों (यूनानियों) द्वारा व्यवहार में लाया गया था। सिकन्दर ने अपने द्वारा जीते हुए प्रदेशों को अपने सैनिक अधिकारियों के अंतर्गत रखा था।

53. ईसा पूर्व दूसरी सदी के प्रारंभ में उत्तरी अफगानिस्तान में स्थापित भारत यूनानी राज्य था

व्याख्या: ईसापूर्व दूसरी शताब्दी के प्रारंभ में उत्तरी अफगानिस्तान में स्थापित भारत - यूनानी राज्य बैक्ट्रिया था।

54. चार धातुओं–सोना, चाँदी, ताँबा एवं सीसा के सम्मिश्रण से बनने वाले सिक्के को क्या कहा जाता था?

व्याख्या: कर्ष या कार्षापण एक प्राचीन भारतीय सिक्का था।
जातक, पाणिनि के व्याकरण, तथा चाणक्य के अर्थशास्त्र में रजत और ताम्र के सिक्कों को कार्षार्पण कहा गया है। मनु तथा याज्ञवल्क्य के अनुसार ताम्र कार्षापण 80 गुंजे या रत्ती के बराबर भार वाला होता था।

55. सर्वप्रथम रोम के साथ किन लोगों का व्यापार प्रारंभ हुआ?

व्याख्या: सर्वप्रथम रोम के साथ तमिलों एवं चेरों का व्यापार प्रारंभ हुआ।

56. मौर्योत्तरकालीन प्रमुख बंदरगाहों में कौन असत्य है?

व्याख्या: कोच्चि (Kochi), जिसे कोचीन भी कहा जाता था, भारत के केरल राज्य के एर्नाकुलम ज़िले में लक्षद्वीप सागर से तटस्थ स्थित एक बड़ा बंदरगाह नगर है। जब 15वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में पुर्तग़ालियों ने हिन्द महासागर में प्रवेश किया और भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर पहुँचकर 1500 ई. में पुर्तग़ाली नाविक पेड्रो अल्वारेस कैब्रल ने भारतीय भूमि पर पहली यूरोपीय बस्ती की स्थापना कोचीन में की, भारत क समुद्री मार्ग को खोजने वाले वास्कोडिगामा ने 1502 ई. में पहली पुर्तग़ाली फैक्ट्री (व्यापार केंद्र) की स्थापना की और पुर्तग़ाली वाइसरॉय अलफ़ांसो-द-अल्बुकर्क ने वहाँ सन् 1503 ई. में पहला पुर्तग़ाली क़िला बनवाया। सन् 1663 ई. में डचों द्वारा जीते जाने तक यह शहर पुर्तग़ाली स्वामित्व में रहा। शहर में अब भी बहुत सा पुर्तग़ाली स्थापत्य विद्यमान है।

57. निम्न में से किस स्थान को 'पेरिप्लस ऑफ दि इरीश्चियन सी' में 'पोड्के' नाम से संबोधित किया गया है ?

व्याख्या: पेरिप्लस ऑफ़ द इरीथ्रियन सी' में अमिरमेडू 'पोडुके' नाम से उल्लिखित है। यह आधुनिक पांडिचेरी में स्थित है। विस्तृत खुदाई में यहाँ एक रोमन बस्ती मिली है। पेरिप्लस 80-115 ई. में एक अज्ञात ग्रीक नाविक द्वारा यूनानी भाषा में लिखित ग्रंथ है। जिसमें भारतीय बंदरगाहों और व्यापार के सम्बन्ध में जानकारी संग्रहित है। पेरिप्लस में कांची का नाम कोरकई मिलता है जो मोतियों के लिए प्रसिद्ध था।

58. मौर्य-उत्तर काल में किसने भारत में हिन्द-यूनानी राज्य की स्थापना की?

व्याख्या: हिन्द-यवन राज्य(भारत-यूनान राज्य) भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तरी क्षेत्र में स्थित 200 ईसापूर्व से 10 ईसवी तक के काल में यूनानी मूल के राजाओं द्वारा प्रशासित राज्य थे। इस दौरान यहाँ 30 से भी अधिक हिन्द-यवन राजा रहे जो आपस में भी लड़ा करते थे। इन राज्यों का सिलसिला तब आरम्भ हुआ जब बैक्ट्रिया के दीमीत्रीयस प्रथम नामक यवन राजा ने 180 ई॰पू॰ में हिन्दू-कुश पर्वत शृंखला पार करके पश्चिमोत्तर भारतीय क्षेत्रों पर धावा बोल दिया। अपने काल में इन शासकों ने भाषा, वेशभूषा, चिह्नों, शासन प्रणाली और रहन-सहन में यूनानी-भारतीय संस्कृतियों में गहरा मिश्रण किया और बहुत से हिन्दू और बौद्ध धर्म के तत्वों को अपनाया।

59. निम्नलिखित में से किसने अपने जीवन के उत्तरार्द्ध में अपने पुत्र के हाथों में राजसत्ता सौंपकर बौद्ध भिक्षु हो गया?

व्याख्या: मिनांडर मनेन्दर’, ‘मीनेंडर’ या ‘मीनांडर’ आदि नामों से भी जाना जाता है। इंडो-यूनानी शासकों में मिनाण्डर का नाम सर्वाधिक प्रसिद्ध है। ऐसा लगता है कि मिनांडर डेमेट्रियस का छोटा भाई था। मिनांडर ने डेमेट्रियस के साथ ही भारतीय युद्धों में भाग लिया था।

60. कुषाणों का संबंध था -

व्याख्या: कुषाण प्राचीन भारत के राजवंशों में से एक था। कुछ इतिहासकार इस वंश को चीन से आए युएझ़ी लोगों के मूल का मानते हैं। युरोपियन इतिहासकारों नें युएझी/यूची कबीले को प्राचीन आर्य से जुड़ा बताया है।


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