गुप्त काल या गुप्त सम्राज्य से ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं व्याख्या | Gupta Empire Gk Quiz (Set-4)

गुप्त काल या गुप्त सम्राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन व्याख्या सहित। -Gupta Destiny or Gupta Empire Gk Quiz (set-4).

गुप्त सम्राज्य

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 4)

46. कालिदास द्वारा रचित 'मालविकाग्निमित्र' नाटक का नायक था

व्याख्या: मालविकाग्निमित्रम् चौथी शताब्दी के उत्तरार्ध एवं पांचवी शताब्दी के पूर्वार्द्ध में कालिदास द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रंथ है जिससे पुष्यमित्र शुंग एवं उसके पुत्र अग्निमित्र के समय के राजनीतिक घटनाचक्र तथा शुंग एवं यवन संघर्ष का उल्लेख मिलता है।

47. समुद्रगुप्त की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन उसके किस अभिलेख में उपलब्ध है?

व्याख्या: समुद्रगुप्त की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन उसके प्रयाग के अभिलेख में उपलब्ध है।
प्रयाग प्रशस्ति गुप्त राजवंश के सम्राट समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिसेन द्वारा रचित लेख था। इस लेख को समुद्रगुप्त द्वारा 200 ई में कौशाम्बी से लाये गए अशोक स्तंभ पर खुदवाया गया था। इसमें उन राज्यों का वर्णन है जिन्होंने समुद्रगुप्त से युद्ध किया और हार गये तथा उसके अधीन हो गये।

48. निम्न में किस काल में स्त्रियों की पुरुषों से बराबरी थी?

व्याख्या: गुप्त काल में स्त्रियों की पुरुषों से बराबरी थी।
भारतीय इतिहास के प्रारम्भिक काल-वैदिक काल में ही पुरुषों और महिलाओं के बीच कुछ बातों को छोड़कर बराबरी का व्यवहार होता था। उत्तर वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति में गिरावट दिखाई देने लगती है। उन्हें शिक्षा से वंचित करके पराधीन रखने की परम्परा आधुनिक काल तक चली आई है।

49. कौन सा राजवंश हुणों के आक्रमण से अत्यंत विचलित हुआ?

व्याख्या: गुप्त शासक स्दंगुप्त के काल में हूणों के प्रबल आक्रमण हुए जिसका नेता खुशनेवाज था, परन्तु स्दंगुप्त ने इस आक्रमण को विफल कर दिया। बाद में पुरुगुप्त व बुधगुप्त बालादित्य के समय तोरमाण एवं मिहिरकुल के अचानक आक्रमण हुए। गुप्त साम्राज्य का उदय कुषाण साम्राज्य के ध्वंशावशेषों पर हुआ था। चन्द्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का प्रथम राजा हुआ। उसके पश्चात् उसका पुत्र समुद्रगुप्त शासक बना।

50. निम्नलिखित में कौन-सा नाटक कालिदास ने नहीं लिखा था?

व्याख्या: भारतीय महाकाव्यों की परंपरा पर आधारित 'जानकी हरण' के रचनाकार कुमार दास के संबंध में कहा जाता है कि वे महाकवि कालिदास के अनन्य मित्र थे।

51. अजंता गुफाओं के सरीखी/जैसी गुफाएँ मध्य प्रदेश में कहाँ हैं?

व्याख्या: मध्यप्रदेश में गुफाओं का एक ऐसा समूह है, जो हूबहू अजंता-एलोरा की तरह ही दिखाई देता है और उतने ही महत्व का है।

52. गुप्त वंश ने .........अवधि में शासन किया

व्याख्या: मौर्य वंश के पतन के पश्चात नष्ट हुई राजनीतिक एकता को पुनः स्थापित करने का श्रेय गुप्त वंश को है। गुप्त साम्राज्य की नींव तीसरी शताब्दी के चौथे दशक में तथा उत्थान चौथी शताब्दी की शुरुआत में हुआ। गुप्त वंश का प्रारम्भिक राज्य आधुनिक उत्तर प्रदेश और बिहार में था।

53. बाल विवाह की प्रथा आरंभ हुई

व्याख्या: गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी सदी के अन्त में प्रयाग के निकट कौशाम्बी में हुआ। गुप्त कुषाणों के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार में था।

54. सोने के सर्वाधिक सिक्के किस काल में जारी किये गये?

व्याख्या: सोने के सर्वाधिक सिक्के गुप्त काल में जारी किये गये।

55. यूरोपीय भाषा में अनूदित / अनुवादित प्रथम भारतीय ग्रंथ कौन-सा है?

व्याख्या: अभिज्ञान शाकुन्तलम् महाकवि कालिदास का विश्वविख्यात नाटक है ‌जिसका अनुवाद प्रायः सभी विदेशी भाषाओं में हो चुका है।

56. सती प्रथा का पहला उल्लेख कहाँ से मिलता है?

व्याख्या: सती प्रथा का पहला अभिलेखीय साक्ष्य 510 ई. एरण अभिलेख में मिलता है। प्रथा का अंत, 1829 ई. के 17वें नियम के अनुसार विधवाओं को जीवित ज़िन्दा जलाना अपराध घोषित कर दिया।

57. गुप्त वंश के निम्नलिखित शासकों को क्रम से लगाइए
  1. चन्द्रगुप्त I
  2. समुद्रगुप्त
  3. चन्द्रगुप्त II
  4. कुमारगुप्त
  5. स्कंदगुप्त
58. गुप्तकालीन सिक्कों का सबसे बड़ा ढेर कहाँ से प्राप्त हुआ है?

व्याख्या: बयाना राजस्थान राज्य के भरतपुर ज़िले में स्थित एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। इस स्थान का प्राचीन नाम 'बाणपुर' कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, इसके अन्य नाम 'वाराणसी', 'श्रीप्रस्थ' या 'श्रीपुर' भी उपलब्ध हैं।

यहाँ से गुप्तकालीन सिक्के भी प्राप्त हुए हैं, जो यह साबित करते हैं कि यहाँ गुप्त शासकों का शासन भी रहा था। बयाना अपनी बेहतरीन क़िस्म की नील की पैदावार के लिए प्रसिद्ध था।

59. किस गुप्त शासक को नालंदा विश्वविद्यालय का संस्थापक माना जाता है?

व्याख्या: इस विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम 450-470 को प्राप्त है। इस विश्वविद्यालय को हेमंत कुमार गुप्त के उत्तराधिकारियों का पूरा सहयोग मिला। गुप्तवंश के पतन के बाद भी आने वाले सभी शासक वंशों ने इसकी समृद्धि में अपना योगदान जारी रखा। इसे महान सम्राट हर्षवर्द्धन और पाल शासकों का भी संरक्षण मिला। स्थानीय शासकों तथा भारत के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही इसे अनेक विदेशी शासकों से भी अनुदान मिला।

60. कथन (A): प्राचीन भारत में सामंती व्यवस्था (Feudal System) का अभ्युदय सैनिक अभियानों में देखा जा सकता है।
कथन (R) : गुप्त काल में सामंती व्यवस्था का पर्याप्त विस्तार हुआ था

व्याख्या: सामन्तवाद का विकास गुप्त युग की विशेषता थी, यह बात सही है, परन्तु इसके विकास के सारे उपकरण इस युग के पूर्व ही देखे जा सकते हैं। यद्यपि भारत में हमें सामंतवाद का अंकुरण शक कुशाण काल में ही दिखाई देने लगता है। प्राचीन भारत में प्रांतीय शासकों की सामन्ती व्यवस्था का विकास कई कारणों से हुआ। इसमें सर्वप्रमुख कारण एक केन्द्रीय सता द्वारा विस्तृत भू-भाग पर नियंत्रण स्थापित करना सम्भव न था। केन्द्रीय शक्ति की निर्बलता नें समाज में प्रभावशाली व्यक्तियों का एक ऐसा वर्ग तैयार कर दिया, जिसके ऊपर स्थानीय सुरक्षा का भार आ गया। सामंती व्यवस्था में क्षेत्रीय सामंत अपने केन्द्रीय सम्राट के प्रति अपनी स्वामिभक्ति को विभिन्न अवसरों पर उपहारों एवं करों की भेंट द्वारा व्यक्त करते थे। भारत में सर्वप्रथम यूनानी आक्रमणकारी सिकन्दर ने विजित भारतीय प्रदेशों में सेनापति फिलिप की नियुक्त की थी। इसके बाद प्राय: सभी शासकों नें अपने-अपने विजित क्षेत्रों में प्रांतीय शासक नियूक्त किए।


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