सोलह महाजनपद से जुड़े महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन | Gk Quiz (Set-3)

सोलह महाजनपद से जुड़े महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन व्याख्या सहित। -Buddhism Gk Quiz (set-3).

सोलह महाजनपद

समान्य ज्ञान क्विज (सेट - 3)

31. सोलह महाजनपदों की सूची उपलब्ध है

व्याख्या: अंगुत्तर निकाय में सोलह महाजनपदों की सूची मिलती हैं।
अंगुत्तरनिकाय एक महत्त्वपूर्ण बौद्ध ग्रंथ है। यह सुत्तपिटक के पाँच निकायों में से चौथा निकाय है। अंगुत्तरनिकाय में गौतम बुद्ध और उनके मुख्य शिष्यों के हजारों उपदेश संग्रहीत हैं।

32. निम्नलिखित में से मगध का कौन-सा राजा सिकंदर महान का समकालीन था?

व्याख्या: घनानंद नंद वंश का अंतिम शासक था। युनान के लेखकों ने इसे 'अग्रमीज' या ''जैन्ड्रमीज'' कहा है। यह सिंकन्दर का समकालीन था एवं इसी के शासनकाल में सिकन्दर का आक्रमण हुआ था।

33. प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष किस सदी में हुआ था?

व्याख्या: प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष हर्यक वंश के शासनकाल में (545 ई.पू. से 412 ई.पू.) में हुआ था। इस वंश का प्रथम प्रतापी राजा बिम्बिसार था जिसने गिरिव्रज को अपनी राजधानी बनाया। इसने कोशल एवं वैशाली के राज परिवारों से वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किये। कुशल प्रशासन की आवश्यकता पर सर्वप्रथम बिम्बिसार ने ही जोर दिया। इस वंश के अन्य शासकों अजातशत्रु; उदायिन, अनिरुद्ध, मुण्ड और नागदशक ने मिलकर 412 ई.पू. तक शासन किया। इस वंश को पितृघातियों का वंश कहा जाता है।

34. सिकंदर की भारत में सफलता के निम्न कारण थे-
  1. भारत में तब कोई केंट्रीय सत्ता नहीं थी
  2. उसकी सेना श्रेष्ठ प्रकार की थी
  3. उसे देशद्रोही भारतीय शासकों का सहयोग मिला
  4. वह एक अच्छा प्रशासक था
35. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए:
सूची-I (राजा)
  1. प्रद्योत
  2. उदयिन
  3. प्रसेनजित
  4. अजातशत्रु
सूची-II (राज्य)
  1. मगध
  2. वत्स
  3. अवन्ती
  4. कोशल

व्याख्या:
प्रद्योत वंश प्राचीन भारत का एक राजवंश था जिसका शासन अवन्ति पर था। इसके संस्थापक प्रद्योत थे।
उदयन चंद्रवंश के राजा और सहस्रानीक के पुत्र थे। वत्स का नृपति, जिनकी राजधानी कौशांबी थी।
प्रसेनजित छठी शताब्दी ई. पू. में मध्यकाल के आस-पास कोसल का राजा था। प्रसेनजित की बहन 'कौशल देवी' राजा बिम्बिसार की पत्नी थी।
अजातशत्रु (लगभग 493 ई. पू.) मगध का एक प्रतापी सम्राट और बिंबिसार का पुत्र जिसने पिता को मारकर राज्य प्राप्त किया।

36. भारत में सिक्कों / मुद्रा का प्रचलन कब हुआ?

व्याख्या: भारत की सबसे पहली कागजी मुद्रा कलकत्ता के बैंक ऑफ हिंदोस्तान ने 1770 में जारी की थी। भारत में 18वीं सदी के पहले मुद्रा के तौर पर सोने व चांदी के सिक्कों का प्रचलन था। मौर्य साम्राज में चंद्रगुप्त मौर्य ने चांदी, सोने, तांबे और सीसे के सिक्के चलवाए। छठी शताब्दी में सिक्कों को पुराण, कर्शपना या पना कहा जाता था।

37. निम्न राजाओं पर विचार कीजिए-
  1. अजातशत्रु
  2. बिन्दुसार
  3. प्रसेनजित
इनमे से कौन-कौन बुद्ध के समकालीन थे?

व्याख्या: प्रसेनजीत कोशल के राजा और बुद्ध के शिष्य/भरहुत स्तूप लेख में प्रसेनजीत और बुद्ध को एक ही आयु 80 वर्ष कहा गया है।
अजातशत्रु जैन और बौद्ध दोनों ग्रन्थों में अजातशत्रु को अपने-अपने धर्म का अनुयायी माना गया है. संभवतः शुरू में वह जैन था. परन्तु बौद्ध-ग्रन्थों के अनुसार वह बाद के जीवन में जैन-धर्म के बजाय बौद्ध धर्म का भक्त हो गया था. शुरू में बुद्ध के एकमात्र घोरतम शत्रु और चचेरे भाई देवदत्त के कहने में आकार वह बौद्ध-धर्म से शत्रुता करता था।

38. छठी सदी ईसा पूर्व के दौरान बड़े राज्यों के उदय का मुख्य कारण क्या था?
39. मगध सम्राट् बिम्बिसार ने अपने राजवैद्य जीवक को किस राज्य के राजा की चिकित्सा के लिए भेजा था?

व्याख्या: उज्जैन के राजा चंड प्रद्योत की चिकित्सा करने के लिए मगध सम्राट बिंबिसार ने अपने राज्य में जीवक को भेजा था।

40. किस शासक ने अवंति को जीतकर मगध का हिस्सा बना दिया ?

व्याख्या: शिशुनाग 412ई॰पू॰ गद्दी पर बैठे। महावंश के अनुसार वह लिच्छवि राजा के वेश्या पत्‍नी से उत्पन्‍न पुत्र था। पुराणों के अनुसार वह क्षत्रिय था। इसने सर्वप्रथम मगध के प्रबल प्रतिद्वन्दी राज्य अवन्ति पर वहां के शासक अवंतिवर्द्धन के विरुद्ध विजय प्राप्त की और उसे अपने साम्राज्य में सम्मिलित कर लिया। इस प्रकार मगध की सीमा पश्‍चिम मालवा तक फैल गई। तदुपरान्त उसने वत्स को मगध में मिलाया। वत्स और अवन्ति के मगध में विलय से, पाटलिपुत्र के लिए पश्‍चिमी देशों से, व्यापारिक मार्ग के लिए रास्ता खुल गया।

41. किस मगध सम्राट् ने अंग का विलय अपने राज्य में कर लिया ?

व्याख्या: बिम्बिसार (558 ईसापूर्व – 491 ईसापूर्व) मगध साम्राज्य का सम्राट था (542 ईपू से 492 ईपू तक)। वह हर्यक वंश का था। उसने अंग राज्य को जीतकर अपने साम्राज्य का विस्तार किया। यही विस्तार आगे चलकर मौर्य साम्राज्य के विस्तार का भी आधार बना।

42. शिशुनाग ने किस राज्य का विलय मगध साम्राज्य में नहीं किया?

व्याख्या: शिशुनाग ने काशी राज्य का विलय मगध साम्राज्य में नहीं किया था। इसने सर्वप्रथम मगध के प्रबल प्रतिद्वन्दी राज्य अवन्ति पर वहां के शासक अवंतिवर्द्धन के विरुद्ध विजय प्राप्त की और उसे अपने साम्राज्य में सम्मिलित कर लिया। इस प्रकार मगध की सीमा पश्‍चिम मालवा तक फैल गई। तदुपरान्त उसने वत्स को मगध में मिलाया। वत्स और अवन्ति के मगध में विलय से, पाटलिपुत्र के लिए पश्‍चिमी देशों से, व्यापारिक मार्ग के लिए रास्ता खुल गया।

43. काशी और लिच्छवी का विलय मगध साम्राज्य में किसने किया?

व्याख्या: अजातशत्रु (लगभग 493 ई. पू.) मगध का एक प्रतापी सम्राट और बिंबिसार का पुत्र जिसने पिता को मारकर राज्य प्राप्त किया। उसने अंग, लिच्छवि, वज्जी, कोसल तथा काशी जनपदों को अपने राज्य में मिलाकर एक विस्तृत साम्राज्य की स्थापना की।

44. मगध सम्राज्य के बारे में कौन सही नहीं है?

व्याख्या: मगध राज्य का विस्तार उत्तर में गंगा, पश्‍चिम में सोन तथा दक्षिण में जगंलाच्छादित पठारी प्रदेश तक था।
पटना और गया जिला का क्षेत्र प्राचीनकाल में मगध के नाम से जाना जाता था।
मगध प्राचीनकाल से ही राजनीतिक उत्थान, पतन एवं सामाजिक-धार्मिक जागृति का केन्द्र बिन्दु रहा है। मगध बुद्ध के समकालीन एक शक्‍तिकाली व संगठित राजतन्‍त्र था। कालान्तर में मगध का उत्तरोत्तर विकास होता गया और मगध का इतिहास (भारतीय संस्कृति और सभ्यता के विकास के प्रमुख स्तम्भ के रूप में) सम्पूर्ण भारतवर्ष का इतिहास बन गया।
महाभारत तथा पुराणों के अनुसार जरासंध के पिता तथा चेदिराज वसु के पुत्र ब्रहद्रथ ने ब्रहद्रथ वंश की स्थापना की।

45. सिकन्दर के आक्रमण के समय उत्तर भारत पर निम्नलिखित राजवंशों में किस एक का शासन था?

व्याख्या: सिकन्दर के आक्रमण के समय उत्तर भारत पर नंद वंश का शासन था
नंद वंश का राजा घनानन्द सिंकन्दर का समकालीन था एवं इसी के शासनकाल में सिकन्दर का आक्रमण हुआ था।


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