विश्व की नहरें से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं उत्तर व्याख्या सहित - GK Quiz

विश्व की नहरें से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

विश्व की नहरें समान्य ज्ञान

व्याख्या: पनामा नहर मानव निर्मित एक जलमार्ग अथवा जलयान नहर है जो पनामा में स्थित है और प्रशांत महासागर तथा (कैरेबियन सागर होकर) अटलांटिक महासागर को जोड़ती है। इस नहर की कुल लम्बाई 82 कि॰मी॰, औसत चौड़ाई 90 मीटर , न्यूनतम गहराई 12 मीटर है।

व्याख्या: पनामा नहर प्रशान्त महासागर और कैरोबियन सागर (अटलांटिक महासागर) को जोडती है। प्रशान्त तट पर पनामा तथा कैरोबियन तट पर कोलोन परत अवस्थित है। इसका निर्माण 1914 में पूर्ण हुआ।

व्याख्या: पनामा नहर प्रशान्त महासागर और कैरोबियन सागर (अटलांटिक महासागर) को जोडती है। प्रशान्त तट पर पनामा तथा कैरोबियन तट पर कोलोन पतन अवस्थित है। इसका निर्माण 1914 में पूर्ण हुआ।

व्याख्या: पनामा नहर प्रशान्त महासागर और कैरोबियन सागर (अटलांटिक महासागर) को जोडती है। प्रशान्त तट पर पनामा पतन तथा कैरोबियन तट पर कोलोन पतन अवस्थित है। इसका निर्माण 1914 में पूर्ण हुआ।

व्याख्या: स्वेज नहर (Suez canal) लाल सागर और भूमध्य सागर को संबंद्ध करने वाली एक नहर है। सन् 1858 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड की देखरेख में स्वेज नहर का निर्माण शुरु हुआ था। यह नहर आज 168 किमी लंबी, 60 मी चौड़ी और औसत गहरी 16.5 मी है। दस वर्षों में बनकर यह तैयार हो गई थी। सन् 1869 में यह नहर यातायात के लिए खुल गई थी। पहले केवल दिन में ही जहाज नहर को पार करते थे पर 1887 ई. से रात में भी पार होने लगे। 1866 ई. में इस नहर के पार होने में 36 घंटे लगते थे पर आज 18 घंटे से कम समय ही लगता है। यह वर्तमान में मिस्र देश के नियंत्रण में है। इस नहर का चुंगी कर बहुत अधिक है। इस नहर की लंबाई पनामा नहर की लंबाई से दुगुनी होने के बाद भी इसमें पनामा नहर के खर्च का 1/3 धन ही लगा है।

व्याख्या: स्वेज नहर एक मानव निर्मित जलमार्ग है जो मिस्र में स्वेज के इस्तमुस को उत्तर-दक्षिण में काटता है। स्वेज़ नहर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है, जिससे यह यूरोप से एशिया का सबसे छोटा समुद्री मार्ग बन जाता है। 1869 में इसके पूरा होने के बाद से, यह दुनिया की सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली शिपिंग लेन में से एक बन गई है।

व्याख्या: स्वेज नहर मिस्र में भूमध्य सागर पर पोर्ट सईद से 120 मील दक्षिण की ओर स्वेज शहर (स्वेज खाड़ी के उत्तरी किनारे पर स्थित) तक फैली हुई है। यह नहर मिस्र के अधिकांश भाग को सिनाई प्रायद्वीप से विभाजित करती है।

व्याख्या: स्वेज नहर के दोनों सिरों पर पोर्ट सईद और पोर्ट स्वेज पतन स्थित है। पोर्ट सईद भूमध्य सागर के तट पर स्वेज नहर के उत्तर में स्थित है। पोर्ट सईद की स्थापना 1859 में हुई थी। पोर्ट स्वेज लाल सागर केतट पर स्वेज नहर के दक्षिण किनारे पर स्थित है।

व्याख्या: सन् 1859 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड की देखरेख में स्वेज नहर का निर्माण शुरु हुआ था। यह नहर आज 165 किमी लंबी, 60 मी चौड़ी और औसत गहरी 16.5 मी है। दस वर्षों में बनकर यह तैयार हो गई थी। सन् 1869 में यह नहर यातायात के लिए खुल गई थी।

व्याख्या: सन् 1859 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड की देखरेख में स्वेज नहर का निर्माण शुरु हुआ था। यह नहर आज 165 किमी लंबी, 60 मी चौड़ी और औसत गहरी 16.5 मी है। दस वर्षों में बनकर यह तैयार हो गई थी। सन् 1869 में यह नहर यातायात के लिए खुल गई थी।

व्याख्या: स्वेज नहर 168 किमी लंबी है तथा इसकी अधिकतम चौड़ाई 365 मी है। नहर की औसत गहराई 16.15 मीटर है। इसमें दो गलियारे हैं। एक आने के लिए दूसरा जाने के लिए दोनों ही गलियारों को पार करने के लिए 15 घंटे लगते हैं। प्रतिदिन 90 जहाज इस नहर को पार कर सकते हैं।

व्याख्या: सू नहर दो जहाजी नहरें हैं जो सुपीरियर और यूरन झीलों को जोड़ती है। ये सुपीरियर और हयूरन झीलों के बीच सेंट मेरी नदी पर अमेरिकी राज्य मिशिगन और कनाडियन प्रान्त ओन्टारियो राज्यों के बीच स्थित है।

व्याख्या: कील नहर (जर्मन: Nord-Ostsee-Kanal, शाब्दिक अर्थ- "उत्तर-[से]-बाल्टिक सागर नहर"), जिसे 1948 तक केसर विल्हेम नहर कहा जाता था एक 98-किलोमीटर (61 मील) लम्बी जहाजी नहर है जो जर्मनी के श्लेश्विग होल्सटीन में स्थित है। यह विश्व की सबसे व्यस्ततम नहर है। कील नहर उत्तरी सागर को बाल्टिक सागर से जोड़ती है।

व्याख्या: कील नहर , जिसे 1948 तक केसर विल्हेम नहर कहा जाता था एक 98-किलोमीटर (61 मील) लम्बी जहाजी नहर है जो जर्मनी के श्लेश्विग होल्सटीन में स्थित है। यह विश्व की सबसे व्यस्ततम नहर है। कील नहर उत्तरी सागर को बाल्टिक सागर से जोड़ती है। खासकर यूरोप के व्यापार के क्षेत्र से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है।

व्याख्या: क्रा कैनाल प्रोजक्‍ट थाई सरकार का महत्‍वाकांक्षी प्रोजेक्‍ट रहा है। थाईलैंड की भौगोलिक स्थिति ऐसी है, जहां उसका एक हिस्‍सा दक्षिण चीन सागर में खुलता है तो दूसरा हिंद महासागर में। थाईलैंड पनामा नहर की तरह बीचों-बीच से एक नहर बनाना चाहता है। यह नहर दक्षिणी चीन सागर को सीधा हिंद महासागर से जोड़ देगी। थाईलैंड को उम्‍मीद है कि यह प्रोजक्‍ट उसके लिए गेम चेंजर हो सकता है। इससे सिंगापुर के रास्‍ते हिंद महासागर को जाने वाले जहाज सीधा इस नहर से होकर गुजरेंगे। इससे उसे बड़ा रेवेन्‍यू हा‍सिल हो सकता है।

व्याख्या: भारत की इसी महत्त्वपूर्ण स्थिति के कारण एक महासागर का नाम इसके नाम पर रखा गया है। 1869 में स्वेज नहर के खुलने के बाद से भारत और यूरोप के बीच की दूरीर 7000 किलोमीट कम हो गई है। दूरी 19,800 किलोमीटर हुआ करती थी, लेकिन अब यह सिर्फ 11,600 किलोमीटर है।

व्याख्या: अमेरिकी सरकार ने कोलंबिया सरकार के साथ संधि करते हुए इस क्षेत्र का अधिग्रहण (तब यह कोलंबिया देश के अंतर्गत था) किया और 1904 में अमेरिकी इंजीनियरों ने कार्य आरम्भ किया जिसमें इस नहर को तीन लॉक्स के साथ बनाने की शुरूआत हुई। अमेरिकियों ने काफ़ी आध्ययन और निवेश के बाद 1914 में इसे पूरा किया।


Correct Answers:

CLOSE
0/17
Incorrect Answer..!
Correct Answer..!
Previous Post Next Post
If you find any error or want to give any suggestion, please write to us via Feedback form.