विश्व के मरुस्थल से जुड़े ऑब्जेक्टिव प्रश्न एवं व्याख्या - GK Quiz

विश्व के मरुस्थल से सम्बंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन एवं उत्तर विस्तृत समाधान के साथ, जो प्रतियोगी परीक्षा जैसे एसएससी, बैंकिंग, रेलवे इत्यादि लिए महत्वपूर्ण है।

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विश्व के मरुस्थल समान्य ज्ञान

व्याख्या: सहारा विश्व का विशालतम गर्म मरुस्‍थल है। यह अफ़्रीका के उत्तरी भाग में अटलांटिक महासागर से लाल सागर तक 5,600 किलोमीटर की लम्बाई तक सूडान के उत्तर तथा एटलस पर्वत के दक्षिण 1,300 किलोमीटर की चौड़ाई में फैला हुआ है। इसमे भूमध्य सागर के कुछ तटीय इलाके भी शामिल हैं। क्षेत्रफल में यह यूरोप के लगभग बराबर एवं भारत के क्षेत्रफल के दूने से अधिक है।

व्याख्या: थार मरुस्थल भारत के उत्तरपश्चिम में तथा पाकिस्तान के दक्षिणपूर्व में स्थितहै। यह अधिकांश तो राजस्थान में स्थित है परन्तु कुछ भाग हरियाणा, पंजाब,गुजरात और पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में भी फैला है। अरावली पहाड़ी के पश्चिमी किनारे पर थार मरुस्थल स्थित है। यह मरुस्थल बालू के टिब्बों से ढँका हुआ एक तरंगित मैदान है।

व्याख्या: गोबी मरुस्थल, चीन और मंगोलिया में स्थित है। यह विश्व के सबसे बड़े मरुस्थलों में से एक है। गोबी दुनिया के ठंडे रेगिस्तानों में एक है, जहां तापमान शून्य से 40° नीचे तक चला जाता है। गोबी मरुस्थल एशिया महाद्वीप में मंगोलिया के अधिकांश भाग पर फैला हुआ है।

व्याख्या: थारू, नेपाल और भारत के सीमावर्ती तराई क्षेत्र में पायी जाने वाली एक जनजाति है। नेपाल की सकल जनसंख्या का लगभग 6.6% लोग थारू हैं। भारत में बिहार के चम्पारन जिले में और उत्तराखण्ड के नैनीताल और ऊधम सिंह नगर में थारू पाये जाते हैं।

व्याख्या: न्युबियन रेगिस्तान, सहारा रेगिस्तान के पूर्वी क्षेत्र में है, जो नील नदी और लाल सागर के बीच उत्तरपूर्वी सूडान और उत्तरी इरिट्रिया के लगभग 400,000 किमी फैले हुए हैं। शुष्क क्षेत्र ऊबड़-खाबड़ और पथरीला है और इसमें कुछ टीले हैं, इसमें कई वाडियाँ भी हैं जो नील नदी तक पहुँचने से पहले ही मर जाती हैं।

व्याख्या: अटाकामा मरुस्थल, दक्षिण अमेरिका (चिली) में स्थित एक लगभग शुष्क पठार है और इसका विस्तार एण्डीज़ पर्वतमाला के पश्चिम में महाद्वीप के प्रशांत तट पर लगभग 1000 किमी (600 मील) की दूरी तक है।

व्याख्या: सोनोरन मरुस्थल (स्पेनी: Desierto de Sonora) उत्तर अमेरिकी मरुस्थल और पारिक्षेत्र है जो दक्षिणपश्चिम संयुक्त राज्य अमेरिका में एरीजोना और कैलिफ़ोर्निया के साथ-साथ उत्तर पश्चिमी मेक्सिको में सोनोरा, बाजा कैलिफ़ोर्निया और बाजा कैलिफ़ोर्निया सुर में फैला हुआ है। यह मैक्सिको का सबसे गर्म मरुस्थलीय क्षेत्र है।

व्याख्या: पेंटागोनियन रेगिस्तान एक ठंडा और शुष्क रेगिस्तान है। मरुस्थल पूर्व में अटलांटिक महासागर और पश्चिम में एंडीज पहाड़ों से घिरा है। पेटागोनियन का कुछ भाग आंशिक रूप से चिली तक भी फैला हुआ है।

व्याख्या: थार मरुस्थल भारत का सबसे बड़ा मरुस्थल है जिसे ग्रेट इंडियन मरुस्थल भी कहा जाता है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक प्राकृतिक सीमा रेखा बनाती है। यह दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला रेगिस्तान है। यह मरुस्थल मॉनसून में अभाव के परिणामस्वरूप निर्मित हुआ है, जिसके कारण इस इलाक़े में पर्याप्त वर्षा नहीं होती।

व्याख्या: टकलामकान मरुस्थल मध्य एशिया में स्थित एक रेगिस्तान है। इसका अधिकाँश भाग चीन द्वारा नियंत्रित शिंजियांग प्रांत में पड़ता है। यह दक्षिण से कुनलुन पर्वत शृंखला, पश्चिम से पामीर पर्वतमाला और उत्तर से तियन शान की पहाड़ियों द्वारा घिरा हुआ है।

व्याख्या: कालाहारी विश्व का एक विशाल मरूस्‍थल है। कालाहारी मरुस्थल का क्षेत्र दक्षिणवर्ती अफ़्रीका के बोत्सवाना, नामीबिया तथा दक्षिण अफ़्रीका देशों की सीमा में लगभग 9 लाख वर्गकिलोमीटर में विस्तृत है।

व्याख्या: रुब अल-ख़ाली जिसका मतलब 'ख़ाली क्षेत्र' होता है, दुनिया का सबसे बड़ा रेत का रेगिस्तान है (अधिकतर रेगिस्तानों में रेत, पत्थरों और पहाड़ों का मिश्रण होता है)। अरबी प्रायद्वीप का दक्षिणी एक-तिहाई इलाक़ा इसमें आता है, जिसमें सउदी अरब का अधिकार क्षेत्रफल तथा ओमान, संयुक्त अरब अमीरात व यमन के कुछ भाग शामिल हैं।

व्याख्या: दस्त-ए-काबिर मरुस्थल ईरानी पठार के मध्य में स्थित है। रेगिस्तान को काबीर-ए-नमक और ग्रेट साल्ट मरुस्थल के रूप में भी जाना जाता है।

व्याख्या: मोहावी मरुस्थल (अंग्रेज़ी में: Mojave Desert) अत्तारी अमरीका का एक रेगिस्थान है। यह रेगिस्तान दक्षिण तथा मध्य कैलिफ़ोर्निया, दक्षिण नेवाडा, दक्षिण यूटाह तथा पूर्वोत्तर एरीजोना तक फैला हुआ है।

व्याख्या: गोबी मरुस्थल एशिया महाद्वीप में मंगोलिया के अधिकांश भाग पर फैला हुआ है। यह मरुस्थल संसार के सबसे मरुस्थलों में से एक है। 'गोबी' एक मंगोलियन शब्द है, जिसका अर्थ होता है- 'जलरहित स्थान'। गोबी मरुस्थल पश्चिम में पामीर की पूर्वी पहाड़ियों से लेकर पूर्व में खिंगन पर्वतमालाओं तक तथा उत्तर में अल्ताई, खंगाई तथा याब्लोनोई पर्वतमालाओं से लेकर दक्षिण में अल्ताइन तथा नानशान पहाड़ियों तक फैला है। इस मरुस्थल का पश्चिमी भाग तारिम बेसिन का ही एक हिस्सा है।

गोबी रेगिस्तान का अधिकतर भाग रेतीला न होकर चट्टानी है। यहाँ रेगिस्तान की जलवायु में तेज़ीसे बदलाव होता है।

व्याख्या: टुंड्रा प्रदेशों के तीन प्रकार हैं: आर्कटिक टुंड्रा, अल्पाइन टुंड्रा और अंटार्कटिक टुंड्रा। टुंड्रा प्रदेशों की वनस्पति मुख्यत: बौनी झाड़ियां, दलदली पौधे, घास, काई और लाइकेन से मिलकर बनती है। कुछ टुंड्रा प्रदेशों में छितरे हुये वृक्ष उगते हैं। किसी टुंड्रा प्रदेश और जंगल के बीच की पारिस्थितिक सीमा वृक्ष रेखा कहलाती है।

व्याख्या: कालाहारी रेगिस्तान दक्षिण अफ़्रीका में स्थित है। यह बोत्सवाना के अधिकांश क्षेत्रों, जिनमें नामीबिया तथा दक्षिण अफ़्रीका प्रमुख हैं, के कुछ भू-भाग में फैला हुआ है। इस रेगिस्तान में पाई जाने वाली रेत भी स्थान-स्थान पर भिन्न रंग की होती है।

इस रेगिस्तान में विभिन्न प्रकार जीव-जंतुओं की असंख्य प्रजातियाँ पाई जाती हैं। कालाहारी रेगिस्तान में वनस्पतियों की भी भिन्न-भिन्न किस्में पाई जाती हैं। यह रेगिस्तान अपने खनिजों के लिए बहुत प्रसिद्ध है, यहाँ हीरा, निकल तथा यूरेनियम आदि के पर्याप्त भण्डार मौजूद हैं। 'कालाहारी' शब्द संभवतः 'कीर' से बना है, जिसका अर्थ होता है- 'बेहद प्यास'।

व्याख्या: इसका अधिकाँश हिस्सा कज़ाख़स्तान और उज़बेकिस्तान में आता है, हालांकि एक छोटा भाग तुर्कमेनिस्तान में भी पड़ता है। तुर्की भाषाओँ में 'किज़िल कुम' का मतलब 'लाल रेत' है और इस रेगिस्तान की रेतों में मिश्रित पदार्थ बहुत से स्थानों में इसे एक लालिमा देते हैं।

व्याख्या: गोबी मरुस्थल, चीन और मंगोलिया में स्थित है। यह विश्व के सबसे बड़े मरुस्थलों में से एक है। गोबी दुनिया के ठंडे रेगिस्तानों में एक है, जहां तापमान शून्य से चालीस° नीचे तक चला जाता है। गोबी मरुस्थल एशिया महाद्वीप में मंगोलिया के अधिकांश भाग पर फैला हुआ है।

व्याख्या: विश्व के अधिकांश रेगिस्तान उपोष्णकटिबंधीय में महाद्वीपों के पश्चिमी किनारों पर स्थित हैं क्योंकि उष्णकटिबंधीय में प्रचलित हवाएँ उष्णकटिबंधीय पूर्वी हवाएँ हैं। उष्णकटिबंधीय पूर्वी हवाएं महाद्वीपों के पश्चिमी किनारों तक पहुंचते-पहुंचते शुष्क हो जाती हैं और इसलिए वे वर्षा नहीं लाती हैं।


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